हाथरस: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेटर लिखा है। उन्होंने कहा, 'हाथरस में भगदड़ हादसे से प्रभावित पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर, उनका दुख महसूस कर और समस्याएं जान कर उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र के माध्यम से उनसे अवगत कराया। मुख्यमंत्री से मुआवजे की राशि को बढ़ाकर शोकाकुल परिवारों को जल्द से जल्द प्रदान करने का आग्रह किया। इस दुख की घड़ी में उन्हें हमारी सामूहिक संवेदना और सहायता की आवश्यकता है।'
हाथरस में क्या हुआ था?
हाथरस में दो जुलाई की शाम को एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हुई थी। वहीं भगदड़ के बाद से सत्संग करने वाला बाबा नारायण हरि साकार फरार चल रहा था। नारायण हरि साकार को सूरजपाल उर्फ भोले बाबा कहकर भी बुलाया जाता है।
सूरजपाल ने पहला रिएक्शन क्या दिया था?
हाथरस में हुए हादसे के बाद पहली बार सूरजपाल जब मीडिया के सामने आया तो उसने हाथरस हादसे पर दुख जताया। उसने कहा है कि उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी, लोग प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें।
सूरजपाल उर्फ भोले बाबा ने एक वीडियो बयान में हाथरस भगदड़ की घटना पर कहा, 'हम 2 जुलाई की घटना के बाद बहुत ही व्यथित हैं। प्रभु हमें इस दुख की घड़ी से उभरने की शक्ति दें। सभी शासन और प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। हमें विश्वास है कि जो भी उपद्रवकारी हैं, उनको बख्शा नहीं जाएगा। मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें।'
दो जुलाई को यूपी के हाथरस जिले में एक सत्संग का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सूरजपाल उर्फ भोले बाबा शामिल हुआ। कार्यक्रम के बाद सूरजपाल के जाते समय उसकी चरण रज लेने के लिए लोग आगे बढ़े। इसी दौरान अचानक भगदड़ गई। भगदड़ मचने के बाद लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे कई लोग जमीन पर गिर गए। हादसे के बाद सामने आई मौतों का आंकड़ा चौंकाने वाला था। बता दें कि इस हादसे में 121 लोगों की मौत होने की जानकारी सामने आई। वहीं हादसे के बाद से सीएम योगी आदित्यनाथ खुद मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया है। वहीं पुलिस की कई टीमें मामले की जांच में जुटी हुई हैं।