हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिर दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि वह बस राजनीति की खातिर पुरानी पेंशन योजना का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने सवाल किया कि यदि कांग्रेस को अहसास हुआ कि नयी पेंशन योजना को अपनाना एक भूल थी तो उसने वर्ष 2012 से 2017 तक अपनी सरकार में पुरानी पेंशन योजना को क्यों नहीं बहाल किया।
आखिरी दिन कही इतनी बड़ी बात
इस मुद्दे पर कांग्रेस बार-बार बीजेपी को बैकफुट पर ढ़कलने के लिए प्रयास कर रही है। आखिरी दिन पत्रकारों को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि उसे ऐसा वादा करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के आखिर दिन यहां संवाददाता सम्मेलन में ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गठित समिति सभी उपलब्ध विकल्पों के साथ साथ इस मुद्दे पर बारीकी से गौर करेगी। इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने में जुटी कांग्रेस पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विपक्षी दल को ‘‘इसपर कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि उसके नेतृत्व ने पूरे देश में सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये तथा पुरानी पेंशन योजना को खत्मकर नयी पेंशन योजना लागू की।’’
'कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए'
ठाकुर ने आगे कहा कि‘‘कांग्रेस के नेता बस राजनीतिक फायदे के लिए यह मुद्दा उठा रहे हैं। कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। यदि उन्होंने भूल की है तो उनके पास तब उसे सुधारने का समय था जब 2012 में वीरभद्र सिंह सरकार बनी थी। उस समय वह उसे बहाल कर सकती थी।’’ उन्होंने कहा कि दो दशक बाद वे इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ हमने हमेशा कहा है कि हमें आनन-फानन में निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए, वह उपयुक्त नहीं है।
अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री से किया अनुरोध
पुरानी पेंशन योजना पर आगे का मार्ग क्या हो सकता है, क्या कांग्रेस ने उसके प्रभाव का अध्ययन किया है।’’ राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ में अपनी सरकारों द्वारा ओपीएस लागू करने के कांग्रेस के दावे पर ठाकुर ने कटाक्ष किया। उन्होंने उनकी, प्रधानमंत्री, राजस्थान एवं असम के मुख्यमंत्रियों की उपस्थिति वाली एक कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि जब वे ‘एक मेज पर वे सभी एक साथ भोजन कर रहे थे, तब (राजस्थान के मुख्यमंत्री) अशोक गहलोत ने हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री से कहा कि ‘ हमें पुरानी पेंशन योजना की घोषणा करनी है लेकिन आपके आशीर्वाद एवं सहयोग के बिना यह संभव नहीं हो सकता है।’
आखिर कांग्रेस क्यों उठा रही ये मुद्दा
उन्होंने सवाल किया कि क्या राजस्थान सरकार ने घोषणा के नौ महीने बाद पुरानी पेंशन योजना लागू की । उन्होंने कहा कि वहां इस मुद्दे पर अराजक स्थिति है। हिमाचल प्रदेश सरकार के कई कर्मचारियों द्वारा हाल में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को लागू करने की मांग किये जाने पर ठाकुर ने कहा, ‘‘ मैं कर्मचारियों को बताना चाहता हूं कि हम आपकी संवेदना समझते हैं।’’ उन्होंने कहा कि उन्हें इस तथ्य से अवगत होना चाहिए कि कांग्रेस ‘‘बस राजनीतिक फायदे के लिए’’ यह मुद्दा उठाने की चेष्टा कर रही है।
सेब उत्पादकों के लिए कही ये बात
सेब उत्पादकों की ओर से न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने तथा सेब मंगाने पर आयात शुल्क में शतप्रतिशत वृद्धि करने की मांग पर ठाकुर ने कहा, ‘‘ हमने आयात शुल्क का मुद्दा केंद्र सरकार के सामने रखा है।’’ उन्होंने कहा कि सेब का न्यूनतम समर्थन मूल्य कांग्रेस के शासन काल की तुलना में अधिक बढ़ाया गया और राज्य सरकार उत्पादकों की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि विभिन्न सर्वेक्षेणों के अनुसार भाजपा कांग्रेस से आगे है और वह राज्य में फिर सरकार बनायेगी।