Highlights
- भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया
- पाकिस्तानी पत्रकार के खुलासे पर कांग्रेस और हामिद अंसारी से मांगा स्पष्टीकरण
- UPA सरकार के कार्यकाल में पाकिस्तानी पत्रकार को भारत 5 बार क्यों बुलाया गया
Hamid Ansari News: भाजपा ने हामिद अंसारी और कांग्रेस से इस बात का स्पष्टीकरण मांगा है कि आखिर UPA की सरकार में उस पाकिस्तानी पत्रकार को 5 बार क्यों बुलाया गया जिसने भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्तान के ISI को दी। भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के खुलासे पर कहा कि पाकिस्तानी पत्रकार अंसारी के निमंत्रण पर भारत की यात्रा की थी और उनसे मुलाकात भी की थी। यदि कांग्रेस और हामिद अंसारी इस मामले पर चुप्पी साधे रहते हैं तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि अंसारी ने ही पाकिस्तानी पत्रकार को ISI के लिए सूचनाएं उपलब्ध करवाई थी।
भारत के लोगों ने अंसारी को इतना सम्मान दिया और उन्होंने देश को धोखा दिया
सोशल मीडिया पर वायरल मिर्जा के साक्षात्कार के वीडियो से पता चलता है कि उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर भारत में आयोजित एक सेमिनार में हिस्सा लिया था, जिसे अंसारी ने भी संबोधित किया था। भाटिया ने कहा कि भारत के लोग आपको इतना सम्मान दे रहे हैं और आप देश को धोखा दे रहे हैं। क्या यह देशद्रोह नहीं है? सोनिया गांधी, राहुल और हामिद अंसारी को सामने आकर इसका जवाब देना चाहिए। गौरतलब है कि मिर्जा ने पाकिस्तान में एक इंटरव्यू शो के दौरान यह दावा किया है कि अंसारी ने 2005-11 के दौरान उन्हें पांच बार भारत आमंत्रित किया था और बेहद संवेदनशील और गोपनीय जानकारी भी साझा की थी।
क्या कांग्रेस ऐसे निपट रही थी आतंकवाद से
भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी पत्रकार ने अंसारी से जानकारी प्राप्त की और इसका इस्तेमाल भारत के खिलाफ किया। उन्होंने कहा कि मिर्जा को आतंकवाद के मुद्दे पर एक सेमिनार को संबोधित करने के लिए भी आमंत्रित किया गया था। भाटिया ने कहा कि ISI के साथ सूचना साझा करने वाले एक व्यक्ति को भारत आने के लिए आमंत्रित किया गया। क्या आतंकवाद को समाप्त करने की कांग्रेस की यही नीति थी? यह पार्टी की जहरीली मानसिकता है। हमारी सरकार ने आतंकवाद को उखाड़ फेंकने का सकंल्प जताया है। दूसरी तरफ, कांग्रेस की ऐसी सोच है।
क्या अंसारी ने यह कांग्रेस के कहने पर किया था
मिर्जा के दावे का हवाला देकर भाटिया ने कहा कि पाकिस्तानी पत्रकार को सात भारतीय शहरों की यात्रा के लिए वीजा दिया गया जबकि आमतौर पर तीन शहरों के लिए ही वीजा दिया जाता है। भाजपा प्रवक्ता ने भारत की खुफिया एजेंसी ‘RAW’ के एक पूर्व अधिकारी के उस दावे का भी उल्लेख किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि ईरान के राजदूत रहने के दौरान अंसारी ने देश के हितों को नुकसान पहुंचाया था। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा इस मुद्दे पर कानूनी कार्रवाई चाहती है, तो भाटिया ने कहा कि पार्टी का काम मुद्दों को उठाना है और पड़ताल करना जांच एजेसियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि अंसारी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्हें पता है कि मिर्जा ISI के साथ सूचनाएं साझा करते थे अथवा वह कांग्रेस नेतृत्व के इशारे पर यह कार्य कर रहे थे।
वहीं, भाजपा उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा ने ट्वीट कर कहा कि हमारे पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी से संबंधित एक पाकिस्तानी पत्रकार के दावों के बारे में पढ़कर हैरानी हुई। इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि उन्हें UPA सरकार के दौरान दूसरा कार्यकाल मिला। क्या उस दौरान शीर्ष पदों को लेकर समझौता किया गया? यह कुछ गंभीर संदेह खड़े करता है।