AIUDF के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल द्वारा हिंदुओं को लेकर की गई विवादित टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का एक बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य है कि आज हमें बदरुद्दीन अजमल जैसे लोग गाली दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आजादी के समय ये हो गया होता कि धर्म के आधार पर बने पाकिस्तान में सब लोग चले जाते और यहां सिर्फ सनातन को मानने वाले गैर मुस्लिम लोग रह जाते तो आज बदरुद्दीन, ओवैसी हमें गालियां नहीं देते।
सभी पर लागू होने वाला कानून लाना चाहिए- गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने यह भी कहा कि हम जब जनसंख्या नियंत्रण की बात कर रहे हैं तो हमें नसीहत दे रहे हो, हमें नसीहत नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में एक ऐसा कड़ा कानून लाना चाहिए जो हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी पर लागू हो और जो न माने उसको सरकारी योजनाओं से वंचित किया जाना चाहिए।
40 के बाद होती है शादी तो कहां से होगा बच्चा- बदरुद्दीन अजमल
AIUDF के अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने कल शुक्रवार को जनसंख्या वृद्धि पर हिंदुओं को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। मौलाना ने हिंदुओं पर शादी से पहले गैरतरीके से 2-3 बीवियां रखने का आरोप लगाया था। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा था कि हिंदुओं में शादी 40 के बाद होती है तो ऐसी स्थिति में उनका बच्चा कहां से पैदा होगा। ऐसे में उन्हें हम मुस्लमानों से सीखना चाहिए।
'शादी से पहले हिंदु 2-3 बीवियां रखते हैं'
मौलाना बदरुद्दीन अजमल से जनसंख्या वृद्धि पर जब सावल किया गया तो उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण के बजाय बढ़ाने की सलाह दे डाली थी। उन्होंने कहा था कि मुसलमानों में लड़कियों की शादी 18 साल पर करने की इजाजत सरकार ने दी है जो कि कर दी जाती है लेकिन हिंदुओं में लोग 40-40 साल तक शादी नहीं करते और शादी से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं और बच्चे होने नहीं देते हैं। उन्होंने कहा था कि वे सिर्फ इसलिए ऐसा करते हैं ताकि खर्चा बच सके। उन्होंने कहा कि वे शादी से पहले खूब मजा उड़ाते हैं और उसके बाद जब 40 के होते हैं तो मां-बाप ने मजबूर किया या कहीं फंस गए तो शादी कर ली। उन्होंने आगे कहा था कि फिर 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की ताकत कहां रहती है।