Highlights
- गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा कि कुछ लोग भ्रम पैदा करने के लिए ‘शरारतपूर्ण दुष्प्रचार’ कर रहे हैं।
- पद्म भूषण सम्मान की घोषणा होने के बाद कुछ खबरों में दावा किया गया कि आजाद ने अपना ट्विटर प्रोफाइल बदल लिया है।
- गुलाम नबी आजाद के ट्विटर प्रोफाइल में कुछ नहीं लिखा हुआ है और इसमें कांग्रेस का भी कोई उल्लेख नहीं है।
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को मंगलवार को पद्म विभूषण सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा हुई। इसके बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर तरह-तरह की अटकलें चलने लगीं। अपने भविष्य की राजनीतिक योजनाओं को लेकर चल रही अटकलों को खारिज करते हुए गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा है कि कुछ लोग भ्रम पैदा करने के लिए ‘शरारतपूर्ण दुष्प्रचार’ कर रहे हैं। दरअसल, पद्म भूषण सम्मान की घोषणा होने के बाद कुछ खबरों में दावा किया गया कि आजाद ने अपना ट्विटर प्रोफाइल बदल लिया है।
‘प्रोफाइल आज भी वही है, जैसा पहले था’
उन्होंने मंगलवार देर रात ट्वीट कर कहा, ‘भ्रम पैदा करने के लिए कुछ लोगों द्वारा शरारतपूर्ण दुष्प्रचार किया जा रहा है। मेरे ट्विटर प्रोफाइल से न कुछ हटा है और न ही कुछ जोड़ा गया है। प्रोफाइल आज भी वही है, जैसा पहले था।’ राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष आजाद के ट्विटर प्रोफाइल में कुछ नहीं लिखा हुआ है। इसमें कांग्रेस का भी कोई उल्लेख नहीं है। सरकार की ओर से मंगलवार को पद्म सम्मानों की घोषणा की गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री आजाद को सार्वजनिक मामलों में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण से नवाजा जाएगा।
‘जी 23’ का हिस्सा हैं गुलाम नबी आजाद
आजाद उस ‘जी 23’ का हिस्सा हैं जिसने 2020 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के संगठन में आमूल-चूल परिवर्तन और जमीन पर सक्रिय अध्यक्ष की मांग की थी। कपिल सिब्बल और इस समूह के कई नेताओं ने आजाद को पद्म भूषण सम्मान की बधाई दी तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मंगलवार रात आजाद पर कटाक्ष किया। रमेश ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य की ओर से पद्म भूषण सम्मान को अस्वीकार किए जाने को लेकर आजाद पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, ‘यही सही चीज थी करने के लिए। वह आजाद रहना चाहते हैं गुलाम नहीं।’ (भाषा)