नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (DAP) के 17 पूर्व नेता शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए जिनमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद भी शामिल हैं। इन नेताओं की यह कांग्रेस में वापसी है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इन नेताओं का पार्टी में स्वागत किया। वेणुगोपाल ने कहा, "भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू कश्मीर में दाखिल होने से पहले हमारे कई नेता घर वापस आ रहे हैं। यह बहुत खुशी की बात है।"
बिखर गई आजाद की सियासी पार्टी
तारा चंद, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष पीरजादा मोहम्मद और 15 अन्य नेताओं ने कांग्रेस में वापसी की है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आने वाले दिनों में डीएपी के कई और नेता कांग्रेस में वापसी करेंगे। आजाद ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और फिर डीएपी की स्थापना की थी। पार्टी गठित होने कुछ हफ्ते बाद ही इसमें कलह शुरू हो गई। पिछले दिनों तारा चंद और कुछ अन्य नेताओं को डीएपी से निष्कासित कर दिया गया था।
गुलाम तो नहीं आए लेकिन साथी लौट गए!
बता दें कि हाल में गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस में फिर से शामिल होने की खबरें आई थी जिस पर उन्होंने खुद सामने आकर सफाई दी थी। आजाद ने इस तरह की खबरों को 'पूरी तरह निराधार' बताते हुए खारिज कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने के लिए है। अब उनकी ही पार्टी से 17 नेताओं ने कांग्रेस में घर वापसी कर ली है।
कांग्रेस से तोड़ा 52 साल पुराना रिश्ता
आजाद ने इस साल की शुरुआत में कांग्रेस के साथ अपना 52 साल पुराना साथ तोड़ दिया था। पार्टी आलाकमान के साथ अपने मतभेदों के बाद आजाद ने अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और राहुल गांधी और उनकी मंडली पर निशाना साधा था। 1970 के दशक के मध्य में कांग्रेस में शामिल होने के बाद आजाद ने पार्टी और सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। वह 2005 से 2008 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे।