Highlights
- 'जान की बाजी लगाकर पंजाब का प्रभारी बना'
- सोनिया गांधी ने उन्हें वर्ष 1998 से 2004 तक 8 राज्यों का प्रभारी बनाया
- '8 राज्यों में से 7 राज्यों में चुनाव जिताए'
Ghulam Nabi Azad Exclusive: कांग्रेस छोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी पर लगातार हमलावर हैं। इंडिया टीवी से Exclusive बातचीत में गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि मुझपर बीजेपी से नजदीकी होने का आरोप लगाने वाले कांग्रेस के वह नेता हैं जिनको वर्तमान इतिहास का ज्ञान नहीं है। आजाद ने कहा कि, ये सभी नेता लेटरल इंट्री वाले हैं। इन नेताओं को कुछ नहीं मालूम है। यह सभी नेता पार्टी में बाद में आए है और कुछ नेता ऊपर से आए हैं।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, "उन्होंने विपरीत हालातों में कश्मीर में भारत के झंडे को ऊपर रखा। पंजाब में जब आतंकवाद का साया था तब कांग्रेस पार्टी में राज्य का कोई भी प्रभारी नहीं बनना चाहता था। उस दौर में पंजाब के सांसद तक अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं जा सकते थे। गृह मंत्री जो खुद पंजाब से आते थे, वह पंजाब नहीं जाना चाहते थे, उस दौर में मैं केंद्र सरकार के मंत्री पद से इस्तीफा देकर वहां का प्रभारी बना था।"
'जान की बाजी लगाकर पंजाब का प्रभारी बना'
आजाद ने कहा कि, "उस दौर में मेरी जान को खतरा था और राजिव गांधी मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे थे। एक हफ्ते तक मैंने उन्हें मनाया तब जाकर उन्होंने मेरा इस्तीफा स्वीकार किया। राजिव गांधी को मेरी चिंता थी, तब मैंने कहा कि इस देश के लिए गांधी और नेहरु ने हजारों कुर्बानियां दीं हैं। मैं भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं।"
'8 राज्यों में से 7 राज्यों में चुनाव जिताए'
उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने उन्हें वर्ष 1998 से 2004 तक 8 राज्यों का प्रभारी बनाया। जिसमें से पार्टी ने 7 राज्यों में विजयी हासिल की। कांग्रेस पार्टी में आजतक ऐसा कोई नहीं कर पाया है। उन्होंने कहा कि जिन कांग्रसियों को कांग्रेस का वर्तमान इतिहास नहीं मालुम वही मेरे ऊपर यह आरोप लगा रहे हैं।