पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जनसुराज यात्रा निकाल रहे हैं। वह गांव-गांव जाकर लोगों से मिल रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी लॉन्च करेंगे और चुनावी मैदान में उतरेंगे। राज्य में भी इन दिनों राजनीति सातवें आसमान पर है। जहां जेडीयू और आरजेडी विपक्षी एकता स्वरुप बने गठबंधन में हैं तो वहीं कई अन्य क्षेत्रीय दल बीजेपी के साथ NDA में शामिल हैं। I.N.D.I.A गठबंधन की पहल भी नीतीश कुमार ने की थी।
प्रशांत किशोर ने किया बड़ा दावा
वहीं अब नीतीश कुमार को लेकर फिर से चर्चाएं तेज हो गई हैं। उनका जी20 के डिनर कार्यक्रम में शामिल होना भी कई सवाल खड़े कर रहा है। कहा जा रहा है कि जो नीतीश कुमार बीजेपी के साथ होकर भी ऐसे आयोजनों में दिल्ली नहीं जाते थे, अब वह उनसे अलग होकर जा रहे हैं। इसी पर प्रशांत किशोर ने भी बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि G20 के बहाने दिल्ली नीतीश कुमार NDA वालों को मैसेज देने गए थे कि अगर उनपर ध्यान नहीं दीजिएगा तो वह उधर भी जा सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि I.N.D.I.A उनके लिए दरवाजा है और NDA खिड़की है।
'नीतीश कुमार का राजनीति करने का अपना तरीका'
प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीति करने का अपना तरीका है। उन्हें कोई नहीं समझ सकेगा। वह एक दरवाजे को खोलते हैं और पीछे से खिड़की और रोशनदान दोनों को खोलकर रखते हैं। किसकी कब जरूरत पड़ जाए, इसके अनुसार अपना रास्ता खोले हुए हैं। वह जब जिसके साथ हैं वह उन्हीं के हैं और किस पल दूसरे के हो जाएं, कुछ नहीं कहा जा सकता।
'I.N.D.I.A गठबंधन नीतीश कुमार के लिए दरवाजा'
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि I.N.D.I.A. उनके लिए दरवाजा है और खिड़की राज्यसभा सदस्य हरिवंश नारायण हैं, जिनके माध्यम से उनका भाजपा के साथ संपर्क बना हुआ है। ये मैसेजिंग है जैसे हम कमरे में रोशनी आने के लिए जगह छोड़ देते हैं। ये सब तो बीजेपी और NDA वालों को मैसेज दे रहे हैं। नीतीश कुमार से कोई पूछे कि पिछले साल क्यों नहीं गए थे? ये उनका NDA वालों के ऊपर दबाव बनाने का तरीका है कि अगर हमको आप लोग भाव नहीं दीजिएगा तो हम उधर भी जा सकते हैं।