Wednesday, January 08, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राजनीति
  4. EVM हैकिंग से लेकर वोटर परसेंट बढ़ने तक, हर मामले को ECI ने कर दिया क्लियर; जानें क्या बोले

EVM हैकिंग से लेकर वोटर परसेंट बढ़ने तक, हर मामले को ECI ने कर दिया क्लियर; जानें क्या बोले

मुख्य चुनाव आयुक्त इस समय दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने ईवीएम और चुनाव प्रक्रिया पर उठ रहे सवालों का जवाब दिया।

Edited By: Amar Deep
Published : Jan 07, 2025 14:30 IST, Updated : Jan 07, 2025 14:41 IST
मुख्य चुनाव आयुक्त ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस।
Image Source : ECI मुख्य चुनाव आयुक्त ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस।

राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की है। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि यह मेरी आखिरी पीसी है। उन्होंने वोटर्स खासतौर से युवा वोटर्स से अपील की कि इसी तरह से मतदान करते रहें। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने अधिकतम वोटिंग का नया कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने कहा कि चुनावी भूमिकाओं में मतदाताओं का आंकड़ा 90 करोड़ को पार कर गया है, जल्द ही हमारे पास 1 अरब मतदाता होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि महिला मतदाताओं की संख्या भी लगभग 48 करोड़ होने वाली है।

ईवीएम पर उठाए गए सवाल

दिल्ली चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि दिल्ली दिल से वोट करेगी हमें ऐसी उम्मीद है। चुनाव के दौरान इतनी उपलब्धियां थीं, लेकिन इसके साथ कुछ कंसर्न भी आए। इस दौरान कहा गया कि गलत तरीके से मतगणना की गई। ऐसा भी कहा जाता है कि ग्रुप या लोकेलिटी के नाम काट दिए गए। ईवीएम को लेकर कहा गया कि मैनिपुलेट हो सकता है। इसके साथ ही कहा गया कि कैसे पांच बजे के बाद वोटर टर्नआउट बढ़ गए, वोटर्स और काउंटिंग में मिसमैच हुआ, काउंटिंग स्लोडाउन कर दी गई, ये सभी मुद्दे उठाए गए।

सर्वे के बाद तैयार की जाती है वोटर लिस्ट

उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई डिलिशन हो ही नहीं सकता है। भारत को ये जानना जरूरी है कि कोई प्रक्रिया ऐसी नहीं है जिसमें हर साल वैरिफिकेशन होता है। हर साल इसका सर्वे किया जाता है, जो अक्टूबर में शुरू होता है। हर पार्टी को दो-दो कॉपी दी जाती है। कोई भी ऑब्जेक्शन हो तो बताएं। हर गांव में पोलिंग स्टेशन पर ड्राफ्ट की कॉपी पब्लिश की जाती है। ऐसे में इसका डिलिशन हो ही नहीं सकता। ये हर साल होता है। जहां एक-एक वोट के लिए लड़ाई होती है, वहां आप किसी सीट से नाम काट देंगे तो क्या हालत होगी? मान लें अगर एक प्रतिशत कहीं इधर-उधर हो भी गया तो 5 जनवरी से 1 अक्टूबर तक का टाइम होता है, लेकिन इस दौरान कोई सूचना नहीं दी जाती कि इसका नाम कट गया या इसको जोड़ दें। अगर एक-दो नाम इधर-ऊधर होते हैं, तो उसको भी ठीक कर दिया जाता है। 

नहीं हैक हो सकती ईवीएम

ईवीएम की हैकिंग पर उन्होंने कहा कि चुनाव की तारीख से 7-8 दिन पहले ईवीएम कमीशन किया जाता है। इसके बाद एजेंट के सामने मॉकपोल किया जाता है। उसी दिन ईवीएम में बैट्री डाली जाती है, उसी दिन ईवीएम को सील किया जाता है। इसके बाद पोलिंग के दिन उनके सामने ही पोलिंग बूथ पर सील तोड़ी जाती है। पोलिंग एजेंट दिन भर भी वहीं पर होते हैं। शाम को फार्म 17सी में वोटिंग की संख्या उन्हें बता दी जाती है। इसके बाद ईवीएम वापस लाया जाता है, पोलिंग एजेंट के सामने ही उसे सील किया जाता है। काउंटिंग के दिन भी उनके सामने ही ईवीएम की सील खोली जाती है। इसके बाद फार्म 17सी के आधार पर वोटिंग की संख्या मिलाने को कहा जाता है। पोलिंग बूथ के सामने किसी भी पांच वीवीपैट के वोटों की गिनती की जाती है। ईवीएम हैक हो ही नहीं सकती। कोई वायरस या बग नहीं हो सकता।

उन्होंने बिना नाम लिए एलन मस्क पर निशाना साध। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आईटी के एक ग्लोबल एक्सपर्ट ने कहा कि ईवीएम हैक हो सकती है। अब वही कह रहे हैं कि हमें डेढ़ महीने लगे काउंटिंग करने में जबकि इंडिया में एक दिन में ही काउंटिंग हो जाती है। 

यहां देखें पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस-

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement