नई दिल्ली: कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की राज्यसभा से विदाई पर एक भावुक पत्र लिखा है। अपने पत्र में कांग्रेस अध्यक्ष ने देश के लिए पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान को भी रेखांकित किया है। खरगे ने लिखा है कि कैसे मनमोहन सिंह ने बहुत ही ज्यादा समर्पण और निष्ठा दिखाते हुए देश की सेवा की है और गरीबों के लिए काम किया है। उन्होंने लिखा है कि मनमोहन सिंह ऐसे शख्स रहे हैं जिनकी सलाह को वह महत्व देते हैं।
‘एक युग का अंत हो गया है’
अपने पत्र की शुरुआत में खरगे ने मनमोहन को संबोधित करते हुए लिखा है, 'तीन दशकों से अधिक समय तक सेवा करने के बाद आज जब आप राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं, तो एक युग का अंत हो गया है। बहुत कम लोग कह सकते हैं कि उन्होंने आपसे अधिक समर्पण और अधिक निष्ठा से हमारे देश की सेवा की है। बहुत कम लोगों ने देश और उसके लोगों के लिए आपके जितना काम किया है।'
‘हम सदैव आपके आभारी रहेंगे’
पत्र में खरगे ने आगे लिखा, 'आपके मंत्रिमंडल का हिस्सा बनना मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से सौभाग्य की बात है। पिछले 10 वर्षों में, जबकि मैं लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता रहा हूं, आप हमेशा ज्ञान का स्रोत रहे हैं और ऐसे व्यक्ति रहे हैं जिनकी सलाह को मैं महत्व देता हूं। पिछले कुछ वर्षों में, आपने व्यक्तिगत असुविधाओं के बावजूद कांग्रेस पार्टी के लिए उपलब्ध रहना सुनिश्चित किया है। इसके लिए पार्टी और मैं सदैव आभारी रहेंगे।'
यहां पढ़ें खरगे का पूरा पत्र:
खरगे ने पत्र में और क्या लिखा
खरगे ने पत्र में लिखा, 'आपने दिखाया है कि ऐसी आर्थिक नीतियों को आगे बढ़ाना संभव है जो बड़े उद्योगों, युवा उद्यमियों, छोटे व्यवसायों, वेतनभोगी वर्ग और गरीबों के लिए समान रूप से फायदेमंद हों। यह आप ही थे जिन्होंने दिखाया कि गरीब भी देश के विकास में भाग ले सकते हैं और गरीबी से बाहर निकल सकते हैं। आपकी नीतियों की बदौलत, आपके प्रधानमंत्री रहते हुए भारत 27 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में सक्षम रहा, जो दुनिया में गरीबी से बाहर आए लोगों की सबसे बड़ी संख्या है।'
बराक ओबामा की भी किया जिक्र
खरगे ने अपने पत्र में मनरेगा स्कीम, मनमोहन की सरकार के वक्त की न्यूक्लियर डील का भी जिक्र किया है। ओबामा द्वारा मनमोहन का जिक्र किए जाने को लेकर खरगे ने कहा, 'मुझे याद है कि राष्ट्रपति ओबामा ने आपके बारे में कहा था कि जब भी भारतीय प्रधान मंत्री बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है। ये केवल कुछ उदाहरण हैं जिनका मैं राष्ट्र के प्रति आपके अनेक योगदानों में से उल्लेख कर रहा हूं।'