नई दिल्ली: अपने संस्मरण 'फाइव डिकेड्स इन पॉलिटिक्स' के लॉन्च पर कांग्रेस नेता सुशील कुमार शिंदे ने एक ऐसा किस्सा सुनाया कि पूरा हॉल ठहाके से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री बनने से पहले मैं उनसे (शिक्षाविद विजय धर) मिलने गया था। मैं उनसे सलाह मांगता था। उन्होंने मुझे सलाह दी कि लाल चौक (श्रीनगर में) घूमना नहीं बल्कि जाना और लोगों से मिलना, डल झील घूमना। लेकिन मैं किसे बताऊं कि लाल चौक पर मेरी फ$% रही थी। (मैं डरा हुआ था?)।
शिंदे के इस बयान के बाद पूरा हॉल ठहाके मारकर हंसने लगा। हालांकि इसके बाद शिंदे ने कहा कि यह सिर्फ आपको हंसाने के लिए कहा था, लेकिन एक पूर्व पुलिसकर्मी इस तरह नहीं बोल सकता। शिंदे ने ये बातें राशिद किदवई की किताब के विमोचन के मौके पर कहीं।
बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने साधा निशाना
पूर्व गृहमंत्री के इस बयान पर बीजेपी ने निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा कि कांग्रेस को शिंदे की बातों पर ध्यान देना चाहिए। यूपीए काल के गृहमंत्री सुशील शिंदे ने माना कि वह जम्मू-कश्मीर जाने से डरते थे।
पूनावाला ने कहा कि आज राहुल गांधी आराम से कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा और स्नो फाइटिंग करते दिखे! लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस जम्मू-कश्मीर को आतंक के दिनों में वापस ले जाना चाहते हैं!
पूनावाला ने कहा कि यही तो एक तरह का प्रमाण है कि आर्टिकल 370 और 35A हटने से पहले जम्मू कश्मीर में पीपीपी (पाकिस्तान परस्ती, परिवारवाद और पत्थरबाजी) की राजनीति को कांग्रेस और NC ने बढ़ावा देने का काम किया। आज वो पीपीपी की राजनीति खत्म हुई है और लाल किले से लेकर लालचौक तक तिरंगा लहराता है।
पूनावाला ने कहा कि आज डीडीडी (डेवलपमेंट, डायलॉग और डीसेंट्रलाइजेशन) की राजनीति हो रही है। आज टेररिज्म में लगातार गिरावट आई है। स्टोन पेल्टिंग बंद हुई है। सिविलियन्स और सिक्योरिटी फोर्सेज की कैजुअलटी कम हुई है।