जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी नेशनल कांन्फ्रेंस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए 5 दिसंबर को चुनाव होना है। डॉ फारूक अब्दुल्ला ने अपने सहयोगियों को जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ने के फैसले की जानकारी दी है। पार्टी के वरिष्ठ साथियों की लाख कोशिशों के बावजूद फारूक अब्दुल्ला इस बात पर अड़े रहे कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करेंगे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस महासचिव कराएंगे चुनाव
फारूक अब्दुल्ला ने अपने इस्तीफे का ऐलान इतने अचानक किया कि हर कोई हैरान रह गया। अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव को पार्टी संविधान के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष के लिए चुनाव कराने का काम सौंपा गया है। नेशनल कांन्फ्रेंस अध्यक्ष पद का चुनाव 5 दिसंबर को होना है, तब तक डॉ अब्दुल्ला पार्टी के अध्यक्ष के रूप में बने रहेंगे।
बेटे उमर को मिल सकता है पार्टी प्रमुख का जिम्मा
फारूक अब्दुल्ला ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष पद से हटने की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि अब नयी पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का समय आ गया है। व्यापक स्तर पर अटकलें लगाई जा रही हैं कि 85 साल के अब्दुल्ला पार्टी संरक्षक की भूमिका निभाएंगे और उनके बेटे और नेशनल कांन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला अब इसके नए प्रमुख बन सकते हैं।
अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे फारूक
फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा, ‘‘मैं अब अध्यक्ष पद के लिए चुनाव नहीं लड़ूंगा। पद के लिए चुनाव 5 दिसंबर को होगा। अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी इस जिम्मेदारी को संभाले।’’ लोकसभा के सदस्य अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘पार्टी का कोई भी सदस्य इस पद के लिए चुनाव लड़ सकता है। यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है।’’ फारूक अब्दुल्ला पहली बार 1983 में नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के अध्यक्ष बने थे।