नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को आम लोगों को महंगाई से राहत देते हुए घरों में इस्तेमाल वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम 200 रुपये घटा दिये। इसके अलावा सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त में 75 लाख नये एलपीजी कनेक्शन भी देने का एलान किया है। सरकार की तरफ से इस घोषणा के बाद राजनीति तेज हो गई, और विपक्ष एवं सत्तापक्ष एक दूसरे के ऊपर जुबानी तीर छोड़ने लगे। सरकार ने दाम क्यों कम किए? क्या इसके पीछे कोई राजनीति है? क्या चुनाव से पहले सिलेंडर और सस्ता होगा? इंडिया टीवी से एक एक्स्क्लूसिव बातचीत में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन्हीं सब सवालों के जवाब दिए।
‘45 फीसदी आबादी के पास गैस सिलेंडर ही नहीं था’
इंडिया टीवी से बात करते हुए पुरी ने कहा कि पहले लोगों को ब्लैक में सिलेंडर खरीदना पड़ता था। उन्होंने कहा, 'सिलेंडर के दाम कम होने से महिलाओं-गरीबों को राहत मिली है। कांग्रेस सरकार में सब्सिडी का फायदा गरीबों को नहीं मिलता था।' पुरी ने कहा कि 2014 में 45 फीसदी आबादी के पास गैस सिलेंडर ही नहीं था। यह कहे जाने पर कि घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में कमी पर विपक्ष इसे I.N.D.I.A. गठबंधन के दबाव का असर बता रहा है, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह तो अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि वह जितनी बैठकें करेंगे, दाम उतने ही कम होते जाएंगे।
विपक्ष लगातार साध रहा है सरकार पर निशाना
बता दें कि त्योहारों का सीजन आने से ठीक पहले घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में 200 रुपये की कटौती को आम आदमी के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि सरकार को इस फैसले का आगामी चुनावों में फायदा भी मिल सकता है, और यही वजह है कि कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि केंद्र सरकार की ओर से रसोई गैस की कीमतों में कटौती किया जाना कर्नाटक चुनावों में बीजेपी की हार और दो ‘बेहद सफल’ विपक्षी बैठकों का परिणाम है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंडिया टीवी से हुई खास बातचीत में इन्हीं सब मुद्दों पर बात की।
देखें, इंडिया टीवी से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की एक्स्क्लूसिव बातचीत