श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के सुप्रीमो फारूक अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कई मुद्दों पर बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं अपने कई मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करना चाहता हूं। वह सारे भारत के प्रधानमंत्री हैं, किसी एक पार्टी के नहीं। जब कोई प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के पद पर बैठता है तो सबका बाप होता है और वह सबको अपने बच्चों के तौर पर देखता है, और उनकी मुश्किलों को दूर करता है।’ वहीं, जम्मू-कश्मीर में चुनावों के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के चुनाव के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं, लेकिन दिल्ली कब तैयार होगी वह नहीं पता।’
‘G20 का फायदा यह हुआ कि गड्ढे भर गए’
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘हम जम्मू कश्मीर के चुनाव का इंतजार कर रहे हैं, हमें स्टेटहुड वापस चाहिए। सरकार ने 50,000 नौकरियां नहीं दी। जी20 की वजह से हमें यह फायदा हुआ कि एयरपोर्ट से लेकर ललित होटल तक सड़कें ठीक हो गईं। गुलबर्ग का रास्ता भी ठीक हो गया, जितने भी गड्ढे थे सब भर गए। अच्छी बिजली, सड़कें, ये सब जी20 की वजह से हुआ।’ यह पूछे जाने पर कि चुनावों में क्या होगा, उन्होंने कहा, ‘इलेक्शन में क्या होगा ये कोई कह नहीं सकता। इलेक्शन में मुद्दे अलग होते हैं जैसे कर्नाटक में थे। हुकूमत वहां से चली गई।’
‘राष्ट्रपति से उद्घाटन करवाना चाहिए था’
संसद के उद्घाटन के मौके पर दिल्ली जाने के सवाल पर कहा, 'संसद का उद्घाटन होना अच्छी बात है। हम बहुत देर से इंतज़ार कर रहे थे कि नए पार्लियामेंट में अगला सेशन हो। अच्छा है कि 28 तारीख को इसका उद्घाटन होगा। मैं जा नहीं सकता क्योंकि हमारे यहां बहुत शादियां है। मैं विपक्ष में हूं और जो विपक्ष करेगा वही मैं भी करूंगा। मैं नहीं जाऊंगा क्योंकि विपक्ष साथ है। प्रधानमंत्री खुद कहते हैं जब तक एक मजबूत विपक्ष नहीं होगा तब तक हुकूमत अच्छी नहीं होगी। राष्ट्रपति को इसका उद्घाटन करना चाहिए क्योंकि वह जनता की सबसे बड़ी रिप्रेजेंटेटिव हैं।'
‘राहुल गांधी कांग्रेस के बड़े नेता हैं, लेकिन…’
2024 के बाद के प्रधानमंत्री के सवाल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘2024 की स्थिति के हिसाब से तय होगा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। अभी से इस बारे में कुछ भी कहना गलत होगा। जैसे वाजपेयी ने 23 पार्टियों का समर्थन लेकर प्रधानमंत्री बने थे, मैं भी उस गठबंधन का हिस्सा था। जब वाजपेयी जी 23 पार्टियों को साथ लेकर चल सकते हैं तो कोई भी प्रधानमंत्री हो सकता है। राहुल गांधी कांग्रेस के बड़े नेता हैं, लेकिन प्रधानमंत्री कौन बनेगा इसका फैसला उस वक्त होगा। अभी NC, PDP और कांग्रेस एक साथ बैठकर बातचीत करेंगे। चुनाव का बिगुल बजने पर देखेंगे कि क्या स्थिति होती है।’
‘कर्नाटक का नतीजा यह साबित करता है कि….’
कर्नाटक चुनावों के बारे में सवाल पूछे जाने पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कर्नाटक का नतीजा यह साबित करता है कि लोगों ने जातीय भेदभाव को नीचे किया और मोहब्बत को ऊपर किया। कांग्रेस को बजरंग बली का मुद्दा नहीं उठाना चाहिए था, लेकिन बीजेपी ने इसे जैसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पीएम ने जब कहा कि वोट देने जाओगे तो बजरंगबली का नारा लगाओ, तो वह भी गलत है। धर्म का इस्तेमाल चुनाव के लिए गलत है। अल्लाह और राम के नाम पर वोट लेना गलत है। धर्म की पॉलिसी हिंदुस्तान को कमजोर कर रही है।’