बिहार राज्य को एक और नई पार्टी मिल चुकी है। पार्टी का नाम है जन सुराज पार्टी जिसे चुनाव आयोग ने बुधवार को मंजूरी दी थी। इस बीच पार्टी के मुखिया प्रशांत किशोर से आज इंडिया टीवी ने खास बातचीत की। इस बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। बिहार को लेकर प्रशांत किशोर का क्या प्लान है, इसपर भी उन्होंने खुलकर चर्चा की। इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रशांत किशोर ने अपने इंटरव्यू में कहा कि सबसे कठिन काम है समाज को समझाना, बताना कि समाज इतना पिछड़ा है गरीब है। मेरा मानना है कि जब समाज से राजनीति से सुधर सकता है, लेकिन राजनीति से समाज सुधर सकता है ये जरूरी नहीं है। मैं दो साल से पैदल चल रहा हूं। आगे भी चलूंगा और गांव-गांव जाऊंगा और लोगों को समझाऊंगा। अगर चार काम है तो हर काम मैं नहीं कर सकता हूं। सबसे कठिन काम मैं करूंगा। जो लोग साथ जुड़े हैं उन्हें काम दिया जाएगा।
इंटरव्यू में क्या बोले प्रशांत किशोर
उन्होंने आगे कहा कि दल बन गया जिसकी कमान नए लोगों के हाथ में देना चाहता हूं। मैं ये दावा कर सकता हूं कि मंच पर बैठे हुए जो लोग थे, उनमें ज्यादातर लोगों की छवि सत्ता और विपक्ष में बैठे लोगों से बेहतर है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को पार्टी में चुना गया है, उनको सामाज के आधार पर चुना गया है, जो समाज की सेवा कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने आगे इस इंटरव्यू में आगे कहा कि पहले और अब के मेरे काम में कोई फर्क नहीं आया है। पहले जो काम मैं करता था या जो अब काम कर रहा हूं उसमें ज्यादा फर्क नहीं है। मैं जिन पार्टियों को सलाह दी उन्हें सफलता मिली। अब फर्क सिर्फ इतना है कि किसी नेता या दल के लिए हम काम नहीं कर रहे हैं बल्कि जनता के लिए कर रहे हैं। अब ऐसा समझिए कि जनसुराज के रणनीतिकार प्रशांत किशोर हैं। मैं लोगों से पुछूंगा अगर वे चुनाव लड़ने बोलेंगे तो लड़ेंगे।
क्या राष्ट्रीय राजनीति में कूदेंगे प्रशांत किशोर?
उन्होंने कहा कि ये आम आदमी पार्टी नहीं जो बोले की हमारा सर्वे हो गया है। चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि एक बार निर्णय लेने के बाद डरते किसी से नहीं है। दो ढाई साल पहले जब हम यहां आए थे कि कितने लोगों ने ये कहा होगा कि प्रशांत किशोर एक फैक्टर हो सकते हैं। आज लोग ये कह रहे हैं कि तीसरे दल के रूप में प्रशांत किशोर हो सकते है, प्रशांत किशोर सही कह रहे हैं और यदि कोई बिहार बदल सकता है तो जन सुराज बदल सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छे लोगों का दल है जिसमें हमारी भूमिका है। अगर समाज तैयार हो जाए, अच्छे लोग चुनकर आ जाए, उसमें हमारी भूमिका है। जनता अगर चुन लेगी, उस समय बैठकर जो लोग दल बनाए हैं, उनसे चर्चा की जाएगी। बिहार के बाहर चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने कहा कि अभी पूरा फोकस बिहार पर है। जबतक बिहार को सुधार न लिया जाए और देश के 10 अग्रणी राज्यों में शामिल करने की व्यवस्था यहां न कर दी जाए। तब तक मेरा फोकस सिर्फ बिहार होगा। ये हो जाए उसके बाद देखा जाएगा। उन