![Election Commission of India issues show-cause notice Priyanka Gandhi Himanta Biswa Sarma central go](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाला है। 3 दिसंबर को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इस बीच चनाव आयोग ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है। चुनाव आयोग ने 26 अक्टूबर को प्रियंका गांधी को नोटिस भेजकर 30 अक्टूबर की शाम तक जवाब देने को कहा है। दरअसल राजस्थान की रैली में प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी का मंदिर को दिए दान का लिफाफा खोला था। इसमें सिर्फ 21 रुपये मिले। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने प्रियंका गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी।
क्या कहा था प्रियंका गांधी ने
प्रियंका गांधी ने राजस्थान के दौसा में सभा को संभोदित करते हुए कहा था कि आपने देखा ही होगा. मैंने टीवी पर देखा पता नहीं सच है कि नहीं. पीएम मोदी ने देवनारायण जी के मंदिर में शायद गए थे। यहां उन्होंने लिफाफा डाला. लिफाफा खोला गया तो इसमें 21 रुपये मिले। एक तरह से यही हो रहा है। देश में घोषणाएं मच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं. आपको और जब आप उन लिफाफे को खोलते हैं तो चुनाव खत्म हो जाता है। इसी बयान को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवालन ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया था, जिसपर अब चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी से जवाब मांगा है।
हिमंता बिस्वा सरमा को भी नोटिस जारी
अर्जुन राम मेघवाल ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी ने 20 अक्टूबर को अपने भाषण में एक बयान दिया और आचार संहिता का उल्लंघन किया। धार्मिक भावनाओं से आप झूठ नहीं फैला सकते. चुनाव आयोग ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार करने गए हिमंता बिस्वा सरमा द्वारा 'अकबर' टिप्पणी की गई थी। वहीं चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी करते हुए 5 दिसंबर तक चुनाव वाले राज्यों में प्रस्तावित विकसित भारत संकल्प यात्रा न करने को कहा है।
(इनपुट-पीटीआई)