Highlights
- शिंदे गुट असम बाढ़ पीड़ितों की करेगा मदद
- मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपये देने का ऐलान
- असम के मुख्यमंत्री ने एकनाथ शिंदे को धन्यवाद दिया
Eknath Shinde: असम बाढ़ पीड़ितों के लिए शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे गुट ने 51 लाख रुपये देने का ऐलान किया है। यह धन राशि असम मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा कराई जाएगी। शिंदे ने ट्वीट में लिखा है कि शिवसेना के विधायक और साथी विधायकों ने यह फैसला किया है। बता दें महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे अपने कई विधायकों के साथ इस समय गुवाहाटी को अपना ठिकाना बनाया हुआ है। गुवाहाटी असम राज्य का सबसे बड़ा नगर है। शिंदे ऐसे समय पर वहां पहुंचे जब बाढ़ ने राज्य की हालत खराब कर दी है। वहीं असम के मुख्यमंत्री ने एकनाथ शिंदे को बाढ़ राहत के लिए 51 लाख देने पर धन्यवाद दिया है।
फ्लोर टेस्ट के लिए कल मुंबई जाऊंगा: शिंदे
कल महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट होना है। इसमें शामिल होने लिए बीते कई दिनों से गुवाहाटी में डेरा डाले शिवसेना के बागी विधायक कल महाराष्ट्र पहुंचेंगे । सूत्रों के मुताबिक मुंबई जाने से पहले सभी बागी विधायक गोवा जाएंगे और ताज कन्वेंशन होटल में ठहरेंगे जहां 70 कमरे बुक किए गए हैं। बता दें, एकनाथ शिंदे ने अपने खेमे को 50 से अधिक विधायकों के समर्थन का दावा किया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) ने कल महाराष्ट्र में फ्लोर टेस्ट (Floor Test) के निर्देश दिए हैं। यानी उद्धव सरकार को कल सदन में बहुमत साबित करना होगा। वहीं आज शिंदे कामाख्या मंदिर पहुंचे थे। यहां मंदिर के प्रबंधन समिति ने उनका स्वागत किया। इस दौरान शिंदे ने कहा, ''मैं यहां महाराष्ट्र की शांति और खुशी के लिए प्रार्थना करने आया हूं। फ्लोर टेस्ट के लिए कल मुंबई जाऊंगा और सभी प्रक्रिया का पालन करूंगा।''
बाढ़ से बेहाल असम
बता दें, असम में कई दिनों से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। लगातार बाढ़ से प्रभावित राज्यों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन बाढ़ की वजह से अभी भी 22 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। अधिकारियों ने बताया कि कछार जिले के मुख्यालय सिलचर में स्थिति अब भी गंभीर है और कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं। कई लोग बाढ़ में लापता हैं, जिनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया है। वायुसेना के हेलिकॉप्टर से जनता के बीच खाने-पीने की चीजें एवं अन्य जरूरी सामान पहुंचाए जा रहे हैं।