नई दिल्ली: संसद में आज से मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है। दोनों सदनों में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा जारी है। इसी बीच लोकसभा में नीट पेपर लीक को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। वहीं पेपर लीक को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी सवाल खड़े किए। राहुल गांधी के एक सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मुझे किसी का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। इसके अलावा राहुल गांधी के द्वारा संसद में देश की परीक्षा प्रणाली को बकवास बताए जाने पर भी धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि विपक्ष के नेता के इस बयान की मैं कठोर शब्दों में निंदा करता हूं।
दरअसल, आज से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत हो गई है। मानसून सत्र के दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की। इस दौरान विपक्ष ने सदन में पेपर लीक का मामला भी जोर शोर से उठाया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने नीट पेपर लीक मामले पर कहा कि पेपर लीक गंभीर मुद्दा है। परीक्षा व्यवस्था में गड़बड़ी हुई है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि चूंकि NEET एक व्यवस्थित मुद्दा है, ऐसे में आप इस मुद्दे को ठीक करने के लिए क्या कर रहे हैं? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने इसका जवाब भी दिया।
राहुल गांधी सवालों और विपक्ष के हंगामे के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 'मेरी जो शिक्षा है, मेरे जो संस्कार हैं और मेरा जो सामाजिक जीवन है वह मेरे सूबे की जनता की स्वीकृति से मिली है। मुझे किसी के द्वारा मेरी बैद्धिक और मेरे संस्कार का सर्टिफिकेट नहीं चाहिए। देश की प्रजातंत्र में जनता ने चुन कर मेरे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो भूमिका दी है मैं उनके निर्णय से यहां सदन में उत्तर दे रहा हूं। बाकी जो ये कहा कि देश का एजुकेशन सिस्टम बकवास है मैं इसकी कठोर निंदा करता हूं। इससे दुर्भाग्यजनक बयान देश के नेता प्रतिपक्ष का कुछ भी नहीं हो सकता है।'