रांचीः प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि धोखाधड़ी मामले से जुड़े मनी लांड्रिंग के आरोप में सात घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद बुधवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। ईडी की टीम आज यानी गुरुवार सुंबह हेमंत सोरेन को कोर्ट में पेश करेगी। मिली जानकारी के अनुसार, ईडी पूछताछ के लिए कोर्ट से हेमंत सोरेन की रिमांड मांगेगी।
हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपा
अपनी गिरफ्तारी से पहले हेमंत सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया और फिर उन्हें यहां ईडी कार्यालय ले जाया गया। सूत्रों ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान 48 वर्षीय सोरेन ने स्पष्ट जवाब नहीं दिया इसलिए उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया।
ईडी ने हेमंत सोरेन से 15 सवाल पूछे
सूत्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन को ईडी रांची की एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष पेश करेगा और हिरासत में पूछताछ के लिए उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा। एजेंसी ने मामले में दूसरे दौर की पूछताछ के दौरान सोरेन से 15 सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि सोरेन से पहली बार 20 जनवरी को पूछताछ की गई थी। ईडी ने सोरेन को उनके बयान दिखाए गए और हिरासत में लेने से पहले इन दस्तावेजों पर उनके हस्ताक्षर मांगे गए। हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने उन पर हस्ताक्षर किए हैं या नहीं।
इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार हुए हैं
झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता सोरेन के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोप 'भूमि माफिया' के साथ उनके कथित संबंधों के अलावा कुछ अचल संपत्तियों के कथित अवैध कब्जे से संबंधित हैं। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, यह जांच झारखंड में "माफियाओं द्वारा भूमि के स्वामित्व को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े रैकेट" से जुड़ी है। ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे। मामले में झारखंड भूमि राजस्व विभाग के एक कर्मचारी भानु प्रसाद प्रसाद को भी एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।
(इनपुट- भाषा)