तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से महुआ के खिलाफ फेमा मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में ईडी ने महुआ को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। हालांकि, महुआ एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुईं और ईडी से अतिरिक्त समय की मांग की है। इस बीच ईडी की जांच में कई ऐसे खुलासे हुए हैं जिससे महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
महुआ ने मांगा 3 हफ्ते का समय
फेमा मामले में ईडी के सामने पेश होने के लिए महुआ मोइत्रा ने 3 हफ्ते का अतिरिक्त समय मांगा है। हालांकि, जानकारी के मुताबिक, ED ने इतना समय देने से इनकार कर दिया है। ED ने महुआ मोइत्रा को एक हफ्ते बाद पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी को महुआ द्वारा विदेशों में किए गए कई लेन-देन की भी जानकारी मिली है।
फॉरेन बैंक अकाउंट्स का खुलासा
ED द्वारा फेमा की जांच के दौरान हुए कई बड़े खुलासे हुए हैं। ED सूत्रों के मुताबिक महुआ मोइत्रा के कई फॉरेन बैंक अकाउंट्स और विदेश में किए गए लेनदेन का पता चला है। विदेश के एक होटल में महुआ मोइत्रा के लिए एक कमरा बुक कराया गया था, जिसका किराया 7 लाख रुपए था। होटल के कमरे का इतना किराया कैसे हो सकता है? इसके अलावा महुआ मोइत्रा ने एनआरआई अकाउंट की सही जानकारी नहीं दी है।
क्यों गई महुआ की सांसदी?
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी शिकायत में मोइत्रा पर उपहार के बदले व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी समूह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। दुबे ने कहा कि आरोप सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के पत्र पर आधारित थे जो उन्हें मिला था, जिसमें मोइत्रा और व्यवसायी के बीच "रिश्वत के लेन-देन के कई सबूत मौजूद हैं। एथिक्स कमेटी ने इस मामले की जांच की थी जिसके बाद महुआ को सांसदी से बर्खास्त कर दिया गया था।
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