मुंबई : एनसीपी के सुप्रीमो शरद पवार ने बागी नेताओं को चेतावनी दी है कि वे उनसे इजाजत लिए बिना उनकी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करें। उन्होंने बागी गुट के नेताओं को साफ तौर पर अपनी तस्वीर इस्तेमाल करने से मना कर दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं जिस पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं औ जयंत पाटिल महाराष्ट्र के राज्य अध्यक्ष हैं, सिर्फ इसी पार्टी के लोग मेरी तस्वीर का इस्तेमाल करें। अन्य कोई भी बिना मेरी इजाज़त के मेरी फोटो इस्तेमाल ना करें।
एनसीपी पर दोनों गुट कर रहे दावा
दरअसल, अजित पवार के बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) से हाथ मिलाने के बाद एनसीपी पर कब्जे की लड़ाई शुरू हो चुकी है। अजित पवार अपनी पार्टी को मूल एनसीपी बता रहे हैं जबकि शरद पवार गुट खुद को असली एनसीपी बता रहा है। इस खींचतान के बीच कई जगह शरद पवार की तस्वीर के इस्तेमाल की बातें भी सामने आई। इसपर शरद पवार ने विरोधी गुट को स्पष्ट रूप से सख्त चेतावनी दी है कि वे उनसे इजाजत लिए बिना उनकी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करें।
सबसे बड़े संकट का सामना कर रही एनसीपी
अजित पवार के बीजेपी-शिवसेना (शिंदे गुट) से हाथ मिलाने के बाद सबसे बड़े संकट का सामना कर रही पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कड़ा एक्शन लेते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों को लिए कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और कोषाध्यक्ष सुनील तटकरे को पार्टी से निकाल दिया था। इन पर आरोप है कि बगावत में इन्होंने अजित पवार का साथ दिया है। वहीं, अजित पवार खेमे ने प्रदेश एनसीपी अध्यक्ष जयंत पाटिल को हटाकर शीघ्र ही पलटवार किया और नयी नियुक्तियां की।
शिंदे सरकार में शामिल होने से पहले अजित पवार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर काबिज थे। राज्य की 288-सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 45 और एनसीपी के 53 विधायक हैं। अजित पवार खेमा और बीजेपी का दावा है कि उन्हें राकांपा के 40 से ज्यादा विधायकों का समर्थन प्राप्त है। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र में विपक्षी खेमे में अभी सबसे अधिक सीट कांग्रेस के पास हैं और नेता प्रतिपक्ष के लिए उसका दावा तर्कसंगत है।