Highlights
- दिल्ली के करोल बाग में विजयदशमी को हिंदू देवताओं के खिलाफ फैलाई गई नफरत
- आप सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में ब्रह्मा, विष्णु महेश और राम, कृष्ण का अपमान
- गुजरात की सड़कों पर लोगों ने " हिंदू विरोधी केजरीवाल गो बैक " के लिखे नारे
AAP Controversy:दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में मंच से खुले आम हिंदू-देवी देवताओं का अपमान करने और उन्हें ईश्वर नहीं मानने का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद बवाल मच गया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सियासत अब तक के सबसे बड़े खतरे में पड़ गई है। दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल की उपस्थिति में मंच से हजारों लोगों की भीड़ को हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ ऐसी नफरत भरी शपथ दिलाई गई कि जो आज से पहले भारत के इतिहास में कभी नहीं हुआ। आइए आपको सुनवाते हैं कि वायरल वीडियो के अनुसार इस मंच से हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ क्या-क्या कहकर नफरत फैलाई गई।
हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ ये शब्द
"मैं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही उनकी पूजा करूंगा....मैं राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही उनकी कभी पूजा करूंगा। मैं गौरी गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवताओं को नहीं मानूंगा और न ही उनकी पूजा करूंगा। "..... दिल्ली में इस तरह खुलेआम हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ नफरत फैलाए जाने के मामले ने पूरे देश में तूल पकड़ लिया है। वोट की खातिर सियासत किस हद तक गिर रही है, उसका यह जीता जागता उदाहरण भी है।
किस जगह हुआ पूरा कार्यक्रम
यह कार्यक्रम बुधवार को विजयदशमी के दिन दिल्ली के करोल बाग स्थित अंबेडकर भवन में हुआ। इस कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम में हजारों लोगों की भीड़ मौजूद थी। सभी को हाथ उठाकर उक्त शपथ दिलाई जा रही थी। इस दौरान लोगों ने बौद्ध धर्म की दीक्षा लेने के साथ यह भी शपथ ली कि वे हिंदू देवी-देवताओं को ईश्वर नहीं मानते और न ही इनकी कभी पूजा करेंगे।
आम आदमी पार्टी के मंत्री के सामने खुले मंच से हिंदू ईशों की निंदा व अपमान
आम आदमी पार्टी के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के सामने खुले मंच से हिंदू देवी-देवताओं के अपमान और उनकी निंदा करने का यह मामला सामने आने के बाद से पूरे देश में खलबली मच गई है। भाजपा ने इस वीडियो के सामने आने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हिंदू विरोधी बताया है साथ ही उनसे इस पूरे मामले पर जवाब भी मांगा है।
गुजरात में पोस्टर लगाकर केजरीवाल को बताया गया हिंदू विरोधी
हिंदू देवी-देवाताओं के खिलाफ इस तरह की नफरत फैलाए जाने के बाद से अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी निशाने पर हैं। दिल्ली से लेकर गुजरात तक इस मामले पर भारी बवाल मचा है। इसी दौरान गुजरात में केजरीवाल का पोस्टर कई जगह लगाकर यही शब्द लिखे गए हैं कि ... "मैं ब्रह्मा, विष्णु और महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही उनकी पूजा करूंगा....मैं राम और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही उनकी कभी पूजा करूंगा। मैं गौरी गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी-देवताओं को नहीं मानूंगा और न ही उनकी पूजा करूंगा। " इसके बाद से केजरीवाल और उनकी पार्टी भारी मुश्किल में पड़ गई है।
ईष्टदेव का अपमान नहीं सहेगा हिंदू
भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल के मंत्री के सामने इस तरह से हिंदू देवी-देवताओं का अपमान किए जाने और उनके खिलाफ नफरत फैलाए जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। भाजपा का कहना है कि केजरीवाल को चाहिए कि वह अपने मंत्री को तत्काल पद से हटाएं। कोई भी हिंदू अपने ईष्टदेवों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। हिंदुओं के रोम-रोम में ब्रह्मा, विष्णु, महेश और राम-कृष्ण के अंश मौजूद हैं। हिंदू सहिष्णु है, लेकिन वह अपने देवों का ऐसा अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
आप को हिंदू देवी-देवताओं और हिंदुओं से नफरत
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया है कि इस घटना से साफ हो जाता है कि आम आदमी पार्टी की सरकार को हिंदू देवी-देवताओं और हिंदुओं से नफरत है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पहले अरविंद केजरीवाल अयोध्या में श्री राम मंदिर बनाने का भी विरोध करते थे। जब मंदिर बनना शुरू हुआ तो यूपी में चुनाव देखकर अपने को रामभक्त बताने लगे।
गुजरात ने कहा -केजरीवाल गो बैक
गुजरात विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने का सपना देख रहे थे। मगर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ उनके मंत्री की मौजूदगी में इस तरह की नफरत फैलाए जाने के बाद गुजरात में कई जगह सड़कों पर "हिंदू विरोधी केजरीवाल गो बैक" के नारे लिखे गए हैं। इससे आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की मुसीबत बढ़ गई है। अभी तक इस मामले में अरविंद केजरीवाल ने अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है और न ही हिंदू ईष्टदेवों के अपमान पर उन्होंने अपना कोई स्टैंड व्यक्त किया है। इस मामले ने आप के गुजरात मिशन को करारा झटका भी दिया है।
2019 में भी केजरीवाल के मंत्री ने श्रीराम और कृष्ण के अस्तित्व पर उठाया था सवाल
केजरीवाल के इसी मंत्री ने वर्ष 2019 में नवंबर के महीने में हिंदुओं के पूज्य देवता श्रीराम और श्रीकृष्ण के अस्तित्व पर सवाल उठाया था। राजेंद्र पाल गौतम ने कहा था कि यदि राम और श्रीकृष्ण तुम्हारे (हिंदुओं के) पूर्वज हैं तो इन्हें इतिहास में क्यों नहीं पढ़ाया जाता। पूर्वजों का कोई न कोई इतिहास होता है, जबकि श्रीराम और कृष्ण का कोई इतिहास नहीं है। केजरीवाल ने उस दौरान भी अपने मंत्री की इस टिप्पणी को बर्दाश्त कर लिया था और उनके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की थी।