नई दिल्लीः भोजपुरी सिंगर, एक्टर और पूर्व बीजेपी सांसद दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने 'आप की अदालत' में इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों का खुलकर जवाब दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि दिनेश लाल यादव कैसे निरहुआ बने।
दिनेश लाल यादव ने सुनाया दिलचस्प किस्सा
दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' ने बताया कि उनके करियर के शुरुआती दौर में जब गायकी में संघर्ष कर रहा था। 'बुढ़वा में दम बा', 'मलाई खाय बुढ़वा' एल्बम आया था। इसे लोगों ने खुब पसंद किया। बरसात के बाद एक कार्यक्रम में हम बिहार में जा रहे थे। देखा रास्ते में बड़ी भीड़ थी। लगा हम किसी मेला में आ गए। हमें लगा भीड़ में फंस जाएंगे। भीड़ ने मुझे घेर लिया। हमने कहा हमें एक कार्यक्रम में जाना है। जाने दीजिए। इस पर भीड़ ने कहा यहीं पर आपका कार्यक्रम है। सभी लोग मुझे देखकर निरहुआ सटल रहे चिल्लाने लगे।
एक्ट्रेस के कहने पर खुद को माना निरहुआ
उस दिन के बाद जिधर जाऊं उधर लोग मुझे देखकर निरहुआ-निरहुआ कहने लगते थे। मुझे भी अटपटा लगता था कि मेरा नाम दिनेश लाल यादव है तो लोग मुझे निरहुआ क्यों बोल रहे हैं। मैं एक फिल्म कर रहा था। उसकी हिरोइन थीं स्वाति वाजपेयी। स्वाति ने ही मुझसे कहा कि अगर ये लोग आपको निरहुआ नाम से बुला रहे हैं तो आप चिढ़ क्यों रहे हो। क्योंकि लोग अपनी पहचान बनाने के लिए ही काम करते हैं। आपकी पहचान बन गई। लोगों ने निरहुआ नाम दे दिया। अब इसे ले लीजिए। उसी दिन से मैं भी अपने आपको निरहुआ मान लिया।
दिनेश लाल ने बताया निरहुआ का क्या होता है मतलब
जब दिनेश लाल से पूछा गया कि निरहुआ का मतलब क्या होता है तो उन्होंने कहा कि इसका अर्थ सिंदूर होता है। शायद इसकी वजह से माताओं और बहनों ने इस गाने को बहुत पसंद किया। दरअसल हर औरत चाहती है कि उसका पति उसे प्यार करे। निरहुआ सटल रहे गाने में इसकी झलक थी। बता दें कि निरहुआ सटल रहे गाने को लोगों ने बहुत पसंद किया। आज भी इस गाने को लोग बड़े ही प्यार से गाते हैं।