नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की दफ्तर में MLC के. कविता की पेशी से पहले हैदराबाद में भारत राष्ट्र समिति ने पोस्टर वॉर शुरू कर दिया। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में लगाए गए पोस्टर में एक तरफ डिटर्जेंट पाउडर 'टाइड' से प्रेरित ‘रेड डिटर्जेंट’ के साथ तस्वीर में अन्य दलों से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं को दिखाया गया है, जबकि दूसरी तरफ के कविता को दिखाया गया है। इस पोस्टर में कविता के साथ लिखा गया है 'True Colors Never Fade' और नीचे लिखा गया है- Bye Bye Modi।
पोस्टर से क्या संदेश देने की कोशिश!
पोस्टर को देखकर ऐसा लगता है कि BRS यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि दूसरी पार्टियों में भ्रष्टाचार के आरोपी नेता अगर बीजेपी में आ जाते हैं तो उनके सारे गुनाह माफ हो जाते हैं। पोस्टर में असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी की तस्वीरें दिखाई गई हैं। बता दें कि हिमंत और सिंधिया पहले जहां कांग्रेस में थे, वहीं अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। पोस्टर में जहां इन नेताओं के कपड़ों को 'Raid' के बाद सफेद से भगवा में बदलते दिखाया गया है, वहीं कविता के कपड़ों का रंग जस का तस है।
कविता पर कसा ED का शिकंजा
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाला केस में ED के कई समन के बाद आज आखिरकार BRS नेता के.कविता जांच एजेंसी के सामने पेश होना पड़ा। ED ने शराब घोटाला मामले में शुक्रवार को दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर 7 दिन के लिए रिमांड पर ले लिया है। इसी मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। शराब घोटाले में सिसोदिया के बाद अब के. कविता पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटकती दिख रही है। ऐसे में BRS भी पूरी तरह पलटवार करने के मूड में दिखाई दे रही है।
कविता का मुखौटा मात्र था पिल्लई!
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बाद कविता से पूछताछ पर लोगों की नजरें हैं। कविता से शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व सहयोगी अरुण पिल्लई के सामने बिठा कर पूछताछ की जा सकती है। अरुण पिल्लई का 6 दिन की रिमांड 13 मार्च को खत्म हो रही है। पिल्लई के रिमांड एप्लीकेशन में ED ने दावा किया है कि वह दिल्ली के शराब कारोबार में के.कविता का मुखौटा मात्र था। ED ने मनीष सिसोदिया की रिमांड एप्लीकेशन में जो बातें लिखी हैं, उनमें के. कविता की भूमिका का भी जिक्र है।