नई दिल्ली: बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के द्वारा बसपा सांसद को अमर्यादित शब्द कहने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। लोकसभा अध्यक्ष से कार्रवाई करने की चिट्ठी लिखने के बाद अब दानिश अली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। पीएम को लिखी इस चिट्ठी में दानिश अली ने कहा है कि इस घटना को करीब आठ दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक कार्रवाई का कोई नामो-निशान तक नहीं दिख रहा है।
इस चिट्ठी में दानिश अली ने लिखा कि पीएम मोदी ने खुद संसद में कहा था कि यहां नए और मजबूत विचारों को जगह दी जाएगी। लेकिन रमेश बिधूड़ी के शब्द और बातें इसके बिलकुल विपरीत थीं। उन्होंने कहा कि अभी हमारे देश में जी20 सम्मेलन हुआ। दुनियाभर के नेता और लोग हमारे देश में आये और बापू की समाधि पर गए, लेकिन बापू के देश में इतनी शर्मनाक घटना हुई है।
'यह देश की संसद और लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं'
दानिश अली ने प्रधानमंत्री को लिखी चिठ्ठी में कहा है कि अगर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है तो यह देश की संसद और लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पीएम को नेता सदन होने के नाते इस घटना का विरोध करना चाहिए। आपको रमेश बिधूड़ी से पूछना चाहिए कि उन्होंने एक सांसद के लिए संसद में ऐसे शब्दों और बातों को क्यों कहा?
निशिकांत दुबे के आरोपों को बताया गलत
इसके साथ ही दानिश अली ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों को लेकर कहा कि उनके आरोप घटिया और भद्दे हैं। उन्हें ऐसी घटिया राजनीति से बाज आना चाहिए। आप एक जिम्मेदार सांसद हैं, अत: ऐसे मामलों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। वहीं इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद दानिश अली के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल से संबंधित विपक्ष एवं सत्तापक्ष के कई सांसदों की शिकायतों को विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया है।