लोकसभा चुनाव 2024 के बीच भाजपा सांसद और गोरखपुर सीट से प्रत्याशी अभिनेता रवि किशन को बड़ी राहत मिली है। मुंबई की डिंडोशी सेशन कोर्ट ने रवि किशन की बेटी होने का दावा करने वाली 25 वर्षीय महिला की डीएनए टेस्ट की मांग वाली याचिका खारिज कर दी है। याचिका दायर करने वाले महिला शिनोवा ने दावा किया था कि वह रवि किशन की बेटी है। उसने कोर्ट से रवि किशन के डीएनए परीक्षण और खुद को उनकी बेटी घोषित करने का अनुरोध किया था। हालांकि, कोर्ट ने महिला की याचिका को खारिज कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
कोर्ट में दायर की गई याचिका में दावा किया गया था कि अपर्णा सोनी और रवि किशन एक रिश्ते में आये और 1991 में शादी कर ली, हालांकि कुछ व्यक्तिगत समस्याओं के कारण दोनों लंबे समय तक एक साथ नहीं रह सके। याचिका में दावा किया गया है कि उसका जन्म 19 अक्टूबर 1998 को हुआ था, लेकिन तब तक यह पता चला कि किशन पहले से ही शादीशुदा थे। महिला ने कहा था कि वो चाहती है कि रवि उसको अपनाएं और बेटी को पिता के रूप में अपना नाम दें।
महिला ने अपनी याचिका में कहा कि जरूरत के हर समय में दोनों ने उसकी आवश्यक देखभाल की। याचिका में आरोप लगाया गया है कि हाल ही में जब शिनोवा और सोनी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा नेता को शुभकामनाएं देने के लिए मिलने गए, तो उन्होंने दुर्व्यवहार किया और उनसे मिलने से इनकार कर दिया।
रवि किशन की पत्नी ने दर्ज कराया था केस
रवि किशन की पत्नी ने आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज करवाई थी। रवि किशन की पत्नी प्रीति शुक्ला ने कहा था कि 1 साल पहले भी इस महिला के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की शिकायत मुंबई पुलिस से की थी। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय महिला से आरोप लगवाकर चुनाव लड़ रहे रवि किशन की छवि खराब करने की साजिश रची जा रही है। (इनपुट: भाषा)
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