नई दिल्ली: कांग्रेस ने राहुल गांधी पर पुलिस की कर्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए इसे एक माहौल बनाने का प्रयास करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को कहा कि ऐसा देश में 70 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। उन्होंने कहा कि 30 जनवरी से दिल्ली पुलिस को इतने लंबे समय के बाद मामले में कार्रवाई करने का वक्त मिला। भारत जोड़ो यात्रा को खत्म हुए 45 दिन हो गए हैं। इस मामले में आखिर दिल्ली पुलिस अब सवाल पूछने क्यों आई है। इससे विपक्ष को डराने की कोशिश की जा रही है।
पुलिस के सवालों का दिया जाएगा जवाब - कांग्रेस
उन्होंने कहा कि हालांकि दिल्ली पुलिस ने जो भी सवाल राहुल गांधी से पूछे हैं, उन्हें एकत्रित करके समय पर उनकी ओर से जवाब दिया जाएगा। लेकिन इस तरीके से बदले की कार्रवाई देश में पहले कभी किसी राजनेता पर नहीं की गई। सिंघवी ने कहा कि हम जानते हैं कि देश का कानून क्या है? और हमें यह पता है इसका जवाब क्या देना है। यात्रा में चल रहे किसी भी व्यक्ति से राहुल गांधी मुलाकात करते रहे, सब के बारे में जानकारी हासिल करना असंभव है।
इस देश में लोकतंत्र खतरे में है - अशोक गहलोत
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में कहा कि एक आम आदमी के घर में भी दिल्ली पुलिस इस तरीके से दाखिल नहीं होती, जिस तरीके से राहुल गांधी जैसे नेता के घर में पुलिस पूछताछ करने के लिए गई। उन्होंने कहा इस देश में लोकतंत्र खतरे में है। बदले की कार्रवाई के लिए पुलिस का इस्तेमाल किया जा रहा है। सवाल इस बात का है कि राहुल गांधी पर केस क्या बनता है, उनके ऊपर आरोप क्या है? देश में एक नई परंपरा की शुरूआत हो रही है जिसमें बीजेपी खुद फंसने वाली है। इसके साथ ही जयराम रमेश ने कहा कि 16 विपक्षी दलों के केंद्र सरकार के खिलाफ एकजुट होने के बाद मामले से ध्यान हटाने और बदले की कार्यवाई करते हुए सरकार की ओर से इस तरह की कार्रवाई राहुल गांधी के ऊपर की जा रही है।