Highlights
- PM मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े चीते
- 'ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान भटकाने का प्रयास है'
- 'मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं' - जयराम रमेश
Congress on 8 Cheetah: नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ दिए। वर्ष 1952 के बाद सरकार के द्वारा चीतों को विलुप्त प्रजाति घोषित करने के बाद यह पहला मौका है जब कोई चीता भारत की धरती पर हों। इस मौके पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी की आलोचना की।
नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़े जाने के बाद कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से ध्यान भटकाने के लिए यह सब तमाशा खड़ा किया गया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं। चीता प्रोजेक्ट के लिए 25 अप्रैल, 2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताज़ा उदाहरण है। आज प्रधानमंत्री ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया। ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और भारत जोड़ो यात्रा से ध्यान भटकाने का प्रयास है।’’
'मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं'
उन्होंने कहा, ‘‘2009-11 के दौरान जब बाघों को पहली बार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया तब कई लोग आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे। वे गलत साबित हुए। चीता प्रोजेक्ट पर भी उसी तरह की भविष्यवाणियां की जा रही हैं। इसमें शामिल प्रोफेशनल्स बहुत अच्छे हैं। मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं!’’
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में नामीबिया से लाए गए चीतों को एक विशेष बाड़े में छोड़ा। इस मौके पर मोदी अपने पेशेवर कैमरे से चीतों की कुछ तस्वीरें भी खींचते हुए दिखाई दिए। भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद उन्हें देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीते शनिवार सुबह कुनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे। पहले इन्हें विशेष विमान से ग्वालियर हवाई अड्डे और फिर हेलीकॉप्टरों से श्योपुर जिले में स्थित केएनपी लाया गया।