मुंबई:महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण का कर्नाटक चुनाव नतीजों से पहले बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस से गलती है। वहां कांग्रेस सरकार बनने की उम्मीद पर बजरंग दल का मुद्दा भारी पड़ सकता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पार्टी को बजरंग दल पर प्रतिबंध का मुद्दा चुनाव घोषणा पत्र में नहीं लेना चाहिए था। इसका कितना खामियाजा भुगतना पड़ेगा ये चुनाव नतीजों से ही पता चलेगा।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बन भी गई तो ऑपरेशन लोटस का डर रहेगा। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह ने वहां धुआंधार प्रचार किया लेकिन जब कर्नाटक संकट की स्थिति में था तब तो ये वहां नहीं गए, जनता इस बात पर भी विचार करेगी।
बीजेपी को 40 फीसदी कमीशन का मुद्दा भारी पड़ेगा
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी को 40 फीसदी कमीशन का मुद्दा भारी पड़ेगा। इस मुद्दे का कांग्रेस को फायदा होगा साथ ही बीजेपी के कुछ दिग्गज लिंगायत नेता कांग्रेस में शामिल हुए। बीजेपी के लिंगायत वोट बैंक में फूट पड़ी इस से भी कांग्रेस को फायदा ही होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि कर्नाटक में कांग्रेस को बहुमत मिलेगा और सरकार कांग्रेस की बनेगी।
उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से स्वेच्छा से इस्तीफा दिया
महाराष्ट्र राजनीति पर पूर्व सीएम ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से स्वेच्छा से इस्तीफा दिया वो भी गलती थी और नाना पटोले ने विधानसभा अद्यक्ष पद से इस्तीफा दिया ये भी गलती थी। गलतियां हमसे हुईं जो हुआ वो हुआ। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होगा लेकिन फिर राजनीतिक रूप से हम ये मांग करते हैं कि दोनों इस्तीफा दें।
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा-'हम इस सरकार को असंवैधानिक कह रहे हैं तब वो कहते हम सुप्रीम कोर्ट के अवमानना का केस करेंगे। ये सब पोलिटिकल स्टेटमेंट है। अब स्पीकर को निर्णय लेना है। तीन महीने के अंदर फैसला लेना चाहिए पर 90 दिन का भी समय बड़ा समय है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिंदे की सेना की ओर से महाविकास आघाडी के नेताओं को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इसलिए महाराष्ट्र के बड़े नेता (जयंत पाटिल)को ईडी ने नोटिस दिया है। दबाव बनाया जा रहा है ताकि महाविकास आघाड़ी फूटे।'