कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने नए संसद भवन को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया है कि भाजपा आगबबूला हो गई है। जयराम रमेश ने नए संसद भवन को 'मोदी मल्टीप्लेक्स' बता दिया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि 2024 में जब सत्ता बदलेगी, तो संसद भवन की नई इमारत का बेहतर इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 'इतने प्रचार के साथ लॉन्च किया गया नया संसद भवन वास्तव में पीएम के उद्देश्यों को अच्छी तरह से साकार करता है। इसे मोदी मल्टीप्लेक्स या मोदी मैरियट कहा जाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि दोनों सदनों के अंदर और लॉबी में बातचीत खत्म हो गई है।
जयराम रमेश पर भाजपा का पलटवार
इसपर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर जयराम रमेश को जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के निम्नतम स्टैंडर्ड के हिसाब से ये खराब मानसिकता कहें या दयनीय कहें। ये भारत के 140 करोड़ लोगों का अपमान है। इसके अलावा यह कुछ और नहीं है। उन्होंने कहा, 'यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस संसद विरोधी हुई है। सन 1975 में भी कांग्रेस द्वारा ऐसा करने का प्रयास किया गया था, जिसमें वे बुरी तरह फेल हुए थे। जयराम रमेश के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी आपत्ति दर्ज कराई है। गिरिराज सिंह ने इस बाबत ट्वीट भी किया है।'
गिरिराज सिंह में इस बाबत लिखा, 'मैं मांग करता हूं कि पूरे भारत में 'राजवंशों के गढ़ों' का मूल्यांकन करने और इसे युक्तिसंगत बनाने की आवश्यकता है। शुरुआत 1 सफदरजंग रोड परिसर को तुरंत भारत सरकार को वापस स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए। यह देखते हुए कि सभी प्रधानमंत्रियों के पास अब पीएम संग्रहालय में जगह है।' बता दें कि जयराम रमेश ने अपने बयान में यह भी कहा था कि पुराने संसद भवन का एक गौरव था। दोनों सदलों और सेंट्रल हॉल तथा गलियारों के बीच चलना आसान था।