Highlights
- जयराम रमेश ने आजाद की पार्टी पर किया कटाक्ष
- बोले- आखिरकार आजाद ने डाप की घोषणा कर दी
- 'अनुच्छेद 370 बहाल करने को चुनावी मुद्दा नहीं बनाएंगे'
Congress on Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस ने 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' (डाप) का गठन करने वाले अपने पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद पर निशाना साधते हुए सोमवार को कहा कि कश्मीरी में 'डाप' (DAP) का मतलब 'आराम से लेटे रहना' होता है और आजाद इसके अभ्यस्त हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, "आखिरकार, गुलाम नबी आजाद ने अपने राजनीतिक संगठन डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डाप) की घोषणा कर दी है। कश्मीरी में 'डाप' का मतलब आराम से लेटे रहना होता है। आजाद इसके अभ्यस्त हैं।"
गौरतलब है कि कांग्रेस से लगभग पांच दशक पुराना नाता तोड़ने वाले 73 वर्षीय वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपनी नई पार्टी 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' का गठन किया और कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करने को चुनावी मुद्दा नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सड़क, जलापूर्ति और महंगाई चुनावी मुद्दे हैं।
गुलाम नबी आजाद ने पार्टी के झंडे का भी अनावरण किया
आजाद ने पार्टी के झंडे का भी अनावरण किया, जिसमें गहरे पीले, सफेद और गहरे नीले रंग की तीन पट्टियां हैं। उन्होंने कहा कि नए दल की प्राथमिकता निर्वाचन आयोग के पास पंजीकरण की होगी। हालांकि, पार्टी अपनी गतिविधियां जारी रखेगी, क्योंकि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की घोषणा किसी भी समय हो सकती है।
'विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी टिकट युवाओं और महिलाओं को देंगे'
आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी टिकट युवाओं और महिलाओं को देगी। उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा। आजाद ने कहा, "मैं किसी को चुनावी मुद्दा बनाने से नहीं रोक सकता। मेरे पास बहुत सारी चीजें हैं, मैं इसे चुनावी मुद्दा क्यों बनाऊं?"
अनुच्छेद 370 को चुनावी मुद्दा बनाने पर क्या बोले आजाद?
कश्मीर-केंद्रित दलों, विशेष रूप से पीडीपी द्वारा अनुच्छेद 370 पर उनकी टिप्पणी की आलोचना किए जाने के बारे में पूछने पर आजाद ने कहा, "आप बस संसद के रिकॉर्ड पर गौर कर लीजिए कि (अनुच्छेद 370 पर) किसने बात की है या किसने नहीं। किसी के नाम पर संसद का रिकॉर्ड हासिल करें। लेकिन मेरा मानना है कि मैं चुनाव के लिए ऐसे मुद्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकता।"
आजाद ने कहा, "मैं आज डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (डीएपी) की शुरुआत कर रहा हूं। यह लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रतीक है। हमारी विचारधारा महात्मा गांधी के आदर्शों पर आधारित होगी।"