नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को निशाने पर लिया है। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि उसने बांग्लादेश के मुद्दे पर चुप्पी साध ली है लेकिन मुस्लिम वोट के लिए ‘संभल-संभल’ चिल्ला रही है। मायावती ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस संभल में हुई हिंसा की आड़ में मुस्लिम वोटर्स को अपने पाले में करने की कोशिश में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जिन हिंदुओं के साथ हिंसा की घटनाएं हो रही हैं उनमें ज्यादातर दलित और कमजोर तबके के लोग हैं, लेकिन कांग्रेस ने इस पर चुप्पी ओढ़ ली है।
दलित सांसदों पर भी उठाया सवाल
लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदी बड़ी संख्या में हमलों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘इस समय संसद सत्र जारी है और विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस देश तथा जनहित के मुद्दे न उठाकर अपने राजनीतिक स्वार्थ में संभल हिंसा की आड़ में मुस्लिम वोट को रिझाने में लगा है। दुख की बात यह है कि जिनकी बदौलत संसद में दलित वर्ग के सांसद पहुंचे हैं वे भी अपने-अपने दलों के आकाओं को खुश करने के लिए दलित उत्पीड़न के मुद्दों पर चुप बैठे हैं।’
मायावती ने बीजेपी से की यह मांग
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, ‘बांग्लादेश में जो हिन्दू जुल्म-ज्यादती के शिकार हो रहे हैं, उसमें अधिकांश दलित और कमजोर तबके के लोग हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस इस मुद्दे पर चुप है और केवल मुस्लिम वोट के लिए ‘संभल-संभल’ चिल्ला रही है। इस मामले में कांग्रेस, सपा और इनके समर्थक दल एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं।’ मायावती ने कहा कि ऐसे में भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार आगे बढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभाए। बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी निंदा हो चुकी है।