नई दिल्ली: झारखंड में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिसर से 'बेहिसाब' नकदी की बरामदगी को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बयान दिया है। जयराम ने एक्स हैंडल पर कहा, 'सांसद धीरज साहू के बिजनेस से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ वही बता सकते हैं, और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद किया जा रहा है।'
कौन हैं धीरज साहू?
धीरज प्रसाद साहू का जन्म 23 नवंबर 1955 को रांची में हुआ । उनके पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू और मां का नाम सुशीला देवी है। वह 3 बार राज्यसभा सांसद रहे हैं। जिसमें पहली बार वह 2009 में राज्यसभा सांसद बने। इसके बाद जुलाई 2010 में झारखंड से राज्यसभा पहुंचे। तीसरी बार मई 2018 में राज्यसभा के लिए चुने गए।
राज्यसभा की वेबसाइट के अनुसार, धीरज एक बिजनेस क्लास फैमिली से संबंध रखते हैं। उनके पिता अविभाजित बिहार के छोटानागपुर से ताल्लुक रखते थे। उनका परिवार आजादी के समय से ही कांग्रेस से जुड़ा हुआ है। साल 2018 में राज्य सभा के लिए चुने जाते समय जो हलफनामा दायर किया गया था, उसमें धीरज साहू ने अपनी संपत्ति 34.83 करोड़ बताई थी। हलफनामे में उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं था। उनके पास महंगी कारों का भी कलेक्शन है।
क्या है पूरा मामला?
इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों पर ओडिशा और झारखंड में छापेमारी की थी। जिसमें बेहिसाब दौलत मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारियों को करीब 300 करोड़ नकद मिला है।
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