कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में एक बार फिर से यात्रा निकालने जा रही है। इस बार यात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर जाएगी। इसकी शुरुआत 14 जनवरी से मणिपुर के इंफाल से होगी। यहां से चलकर यह लगभग दो महीने बाद महाराष्ट्र के मुंबई में समाप्त होगी। यात्रा को भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नाम दिया गया है। यह इंफाल में एक जनसभा के बाद शुरू होगी, लेकिन अभी तक जिस मैदान पर यह सभा होनी है। उसकी आनुमति राज्य सरकार ने नहीं दी है।
पार्टी ने एक सप्ताह पहले आवेदन किया था
कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वह अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ की शुरुआत के लिए मैदान की खातिर मणिपुर सरकार की अनुमति का इंतजार कर रही है। पार्टी ने बताया कि इसके लिए पार्टी ने एक सप्ताह पहले आवेदन कर दिया था। मणिपुर के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रभारी गिरीश चोडनकर ने कहा कि पार्टी नेताओं ने राज्य के मुख्य सचिव विनीत जोशी से आज मुलाकात की और पार्टी को आश्वासन दिया गया कि सोमवार शाम तक अनुमति दिये जाने के बारे में सूचित कर दिया जाएगा।
'मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का हमारा कोई इरादा नहीं'
मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्रा ने कहा, ‘‘हमने इंफाल पूर्वी जिले के हप्ता कांगजीबुंग में 14 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत के लिए मैदान की अनुमति की खातिर मणिपुर सरकार को 2 जनवरी को ही आवेदन किया था, लेकिन अभी तक उसे मंजूरी नहीं मिली है। इस रैली के लिए जल्द से जल्द मैदान की अनुमति प्राप्त करने की खातिर एआईसीसी की टीम ने आज मुख्य सचिव से मुलाकात की। हमने उन्हें बताया है कि रैली शांतिपूर्ण होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने मुख्य सचिव से मुलाकात की और मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का हमारा कोई इरादा नहीं है। अगर अनुमति नहीं भी मिली तो हम चाहेंगे कि इस बारे में सूचित किया जाए।’’
'इस यात्रा को लेकर कोई राजनीति नहीं होगी'
चोडनकर ने दावा किया, ‘‘हम वास्तव में सरकार को दुनिया को यह दिखाने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं कि मणिपुर सामान्य स्थिति में लौट रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम इस बात को लेकर बहुत आशान्वित हैं कि इस यात्रा को लेकर कोई राजनीति नहीं होगी। मणिपुर के मुख्यमंत्री को भारत जोड़ो न्याय यात्रा के महत्व को समझना चाहिए और पहले मणिपुर के बारे में सोचना चाहिए, भाजपा की राजनीति के बारे में नहीं।’’ मेघचंद्रा ने कहा कि 14 जनवरी को देशभर से मुख्यमंत्रियों और सांसदों समेत पार्टी के कई नेता शांतिपूर्ण रैली के लिए मणिपुर में एकत्रित होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा एक बड़ा राष्ट्रीय कार्यक्रम है और इससे एक बड़ा संदेश जाएगा।’’