केरल में कांग्रेस नीत विपक्षी यूडीएफ ने शनिवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से राज्य में सड़कों पर 726 AI कैमरे लगाने के लिए 236 करोड़ रुपये खर्च किए जाने पर सफाई देने को कहा। नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीसन ने कहा कि इस परियोजना के बारे में संदेह जताया गया है, क्योंकि एक कैमरा लगाने की लागत लगभग 33 लाख रुपये बताई गया है, जो अविश्वसनीय राशि है।
चालान के पैसे सीधे खाते से कटना निमय के खिलाफ
सतीसन ने कहा, AI के क्षेत्र के विशेषज्ञों ने इस परियोजना की अत्यधिक लागत पर गंभीर संदेह जताया है। लोग इस परियोजना का पूरा विवरण जानना चाहते हैं, जिसमें सर्वर और नेटवर्क सेवा प्रदाता के बारे में तकनीकी जानकारी शामिल है। जहां फास्ट टैग के डेटा का उपयोग करते हुए ट्रैफिक उल्लंघन होता है, वहां उल्लंघनकर्ताओं के बैंक खाते से तत्काल रकम डेबिट हो जाता है, जो भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के खिलाफ है।
कांग्रेस ने मांगा परियोजना का पूरा विवरण
सतीसन ने कहा, पता चला है कि राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के केरल राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम लिमिटेड (केल्ट्रोन) को इस परियोजना का काम दिया गया था। लोग जानना चाहते हैं कि क्या केल्ट्रोन ने किसी अन्य कंपनियों को काम का ठेका दिया था और क्या इसमें विदेशी कंपनियां शामिल थीं। इसलिए सभी के हित में हम संपूर्ण परियोजना का विवरण चाहते हैं और जानना चाहते हैं कि यह कैसे किया गया है। विजयन ने पिछले सप्ताह यहां इस परियोजना का उद्घाटन किया था। हालांकि, एक महीने तक कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा और जागरूकता बढ़ाई जाएगी। जुर्माना 19 मई के बाद लागू होगा।
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