बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस चुनाव तो जीत गई है लेकिन मुख्यमंत्री किसे बनाए अभी तक यह फैसला नहीं हो सका है। कांग्रेस आलाकमान की कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी तक सीएम का नाम तय नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार कल रविवार को एक फ़ॉर्मूला तय हुआ था कि शुरुआत के 2 साल तक सिद्धारमैया सीएम रहेंगे और आखिरी के तीन वर्ष तक डीके शिवकुमार सीएम पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। लेकिन शाम को विधायक दल की बैठक में कांग्रेस मुखिया मल्लिकार्जुन खरगे को नाम तय करने का अधिकार दे दिया गया।
'मुस्लिम समाज के व्यक्ति को बनाया जाए उपमुख्यमंत्री'
वहीं इन सबके बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सुन्नी वक्फ बोर्ड के प्रमुख शफी सादी कह रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी एक उपमुख्यमंत्री मुस्लिम समाज के व्यक्ति को बनाए। उन्होंने कहा कि हमें 15 सीटों पर लड़ाया गया, जिसमें से 9 मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं। लगभग 72 निर्वाचन क्षेत्रों में, कांग्रेस मुसलमानों के कारण जीती। एक समुदाय के तौर पर हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया है। अब समय आ गया है कि हमें बदले में कुछ मिले। हम एक मुस्लिम उपमुख्यमंत्री और पांच मंत्री चाहते हैं जिनके पास गृह, राजस्व और शिक्षा जैसे अच्छे विभाग हों।
कांग्रेस ने जीती हैं 135 सीटें
बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत प्राप्त किया है। कांग्रेस ने 224 सीटों में से 135 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी केवल 66 सीटें ही जीत सकी और किंगमेकर बनने का सपना पाले जेडीएस मात्र 19 सीटों पर ही जीत पायी और 4 सीटें अन्य व निर्दलियों के हिस्से में गईं। 224 विधानसभाओं की क्षमता वाली कर्नाटक में कांग्रेस को 42.88 प्रतिशत वोट मिला तो वहीं NOTA को 0.69 फीसदी वोट मिला है। नोटा का मतलब है कि मतदाता को कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं है और वह किसी को वोट नहीं देना चाहता है।