Highlights
- हैदराबाद पहुंचे सीएम योगी ने की श्री भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा
- साल 2020 में सीएम योगी ने कहा था- 'हैदराबाद दोबारा भाग्यनगर हो सकता है'
- सीएम के साथ बीजेपी तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बी संजय कुमार रहे मौजूद
CM Yogi in Hyderabad: तेलंगाना के हैदराबाद पहुंचे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को श्री भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा अर्चना की। आदित्यनाथ मंदिर में करीब 20 मिनट रुके और उन्होंने विशेष पूजा अर्चना की। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बी संजय कुमार, राज्यसभा सदस्य के. लक्ष्मण और विधायक राजा सिंह मौजूद थे। विधायक राजा सिंह ने कहा, ''योगी जब जीएचएमसी (2020) चुनाव में भाजपा के प्रचार के लिए आए थे तब भी उनका मंदिर जाने का कार्यक्रम था लेकिन वक्त की कमी की वजह से वह तब मंदिर नहीं जा पाए थे। उन्होंने हमसे कहा था कि वह अगली बार जब भी हैदराबाद आएंगे तब पूजा अर्चना करने के लिए मंदिर जाएंगे। इसी क्रम में वह आज आए और उन्होंने मंदिर में प्रार्थना की और आरती में भी शामिल हुए।''
भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा के सियासी मायने
चारमीनार से बिल्कुल सटे भाग्यलक्ष्मी मंदिर पर राजनीति आज से नहीं बल्कि सालों से चली आ रही है। साल 2012 में इस मंदिर को लेकर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। साल 2020 में हैदराबाद निकाय चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी यह कहकर, 'उत्तर प्रदेश में फैजाबाद और इलाहाबाद, अयोध्या और प्रयागराज हो सकते हैं तो हैदराबाद दोबारा भाग्यनगर हो सकता है' चर्चा में आ गए थे। अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने हैदराबाद पहुंचे सीएम योगी की भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा-अर्चना एक बार फिर सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गई है।
बीजेपी ने कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंका
केंद्र में 2014 में सत्ता में आने के बाद से यह चौथी बार है, जब पार्टी दिल्ली से बाहर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक कर रही है। उसने इससे पहले 2017 में ओडिशा, 2016 में केरल और 2015 में बेंगलुरु में बैठक की थी। इन सभी राज्यों का चयन बीजेपी ने वहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए किया था। हालांकि बीजेपी ने कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंका, लेकिन इसे ओडिशा में सीमित सफलता मिली है और केरल में भी इसने मामूली छाप छोड़ी है। अब देखना होगा इस बैठक के बाद तेलंगाना में बीजेपी का कितना विस्तार हो पाता है।