Thursday, November 14, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. भारत
  3. राजनीति
  4. भ्रष्टाचार मामले में चंद्रबाबू नायडू को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, 14 दिनों तक राजमुंदरी सेंट्रल जेल में रहेंगे

भ्रष्टाचार मामले में चंद्रबाबू नायडू को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, 14 दिनों तक राजमुंदरी सेंट्रल जेल में रहेंगे

टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को कथित कौशल विकास निगम घोटाला मामले में रविवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। 14 दिनों तक वे राजमुंदरी जेल में रहेंगे।

Edited By: Kajal Kumari
Published on: September 10, 2023 20:44 IST
chandrababu naidu- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO चंद्रबाबू नायडू

विजयवाड़ा: तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू को कथित कौशल विकास निगम घोटाला मामले में रविवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। विजयवाड़ा एसीबी कोर्ट के जज हिमाबिंदु ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू के मामले पर फैसला सुनाया और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। न्यायाधीश हिमाबिंदु ने नायडू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया और पूर्व सीएम को राजमुंदरी केंद्रीय जेल ले जाने का सुझाव दिया।

इससे पहले रविवार सुबह नायडू को कथित कौशल विकास निगम घोटाले के सिलसिले में विजयवाड़ा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अदालत में पेश किया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर पूर्व सीएम को कोर्ट में पेश किया गया था।

चंद्रबाबू नायडू को कथित भ्रष्टाचार के एक मामले में आंध्र प्रदेश आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के अनुसार, मामला आंध्र प्रदेश राज्य में उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई) के समूहों की स्थापना से संबंधित है, जिसका कुल अनुमानित परियोजना मूल्य 3300 करोड़ रुपये है। एजेंसी के अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि कथित धोखाधड़ी से राज्य सरकार को 300 करोड़ रुपये से अधिक का भारी नुकसान हुआ है।

करोड़ों रुपये का घोटाला उजागर

सीआईडी ​​के अनुसार, जांच में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं, जैसे कि निजी संस्थाओं द्वारा किसी भी खर्च से पहले, तत्कालीन राज्य सरकार ने 371 करोड़ रुपये की अग्रिम राशि प्रदान की, जो सरकार की पूरी 10 प्रतिशत प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करती है।
सीआईडी ​​अधिकारियों ने कहा कि सरकार द्वारा दी गई अधिकांश धनराशि फर्जी बिलों के माध्यम से शेल कंपनियों को भेज दी गई, बिलों में उल्लिखित वस्तुओं की कोई वास्तविक डिलीवरी या बिक्री नहीं हुई।

सीआईडी ​​ने अपनी रिमांड रिपोर्ट में कहा है कि अब तक की जांच के अनुसार, छह कौशल विकास समूहों पर निजी संस्थाओं द्वारा खर्च की गई कुल राशि विशेष रूप से एपी सरकार और एपी कौशल विकास केंद्र द्वारा उन्नत धनराशि से प्राप्त की गई है, जो कुल 371 करोड़ रुपये है।

इनपुट-एएनआई

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement