रांची : झारखंड में सियासी सस्पेंस खत्म हो गया है। राज्यपाल सी.पी.राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को शपथ ग्रहण का न्योता दे दिया है। चंपई सोरेन शुक्रवार को झारखंड के सीएम पद की शपथ लेंगे। उन्हें 10 दिनों के अंदर बहुमत साबित करना होगा। राज्यपाल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को देर रात राजभवन में बुलाया और चंपई सोरेन को सरकार बनाने का न्योता दिया।
शाम में भी राज्यपाल से मिले थे चंपई सोरेन
इससे पहले झारखंड में खूब सियासी सरगर्मी रही। शाम में चंपई सोरेन राज्यपाल से मिले थे और सरकार बनाने के लिए उनके दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का आग्रह किया किया। बाद में चंपई सोरेन ने बताया था कि राज्यपाल ने झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही इस मामले पर निर्णय लेंगे। चंपई सोरेन ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा था कि हमने राज्यपाल से जल्द से जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया क्योंकि झारखंड में 20 घंटे से अधिक समय से कोई सरकार नहीं है।’
विधायकों को हैदराबाद भेजने की थी तैयारी
इतना ही नहीं गठबंधन के विधायकों को एकजुट रखने के लिए चार्टर्ड विमान से उन्हें हैदराबाद भेजने की तैयारी की गई। सभी विधायकों को बस से एयरपोर्ट लाया गया था। गठबंधन के विधायक चार्टर्ड विमान में बैठ भी गए थे लेकिन ऐन वक्त पर बताया गया कि घना कोहरा होने के चलते विमान उड़ान नहीं भर सकता है। लिहाजा फ्लाइट कैंसिल हो गई और विधायक वापस लौट आए थे।
इससे पहले हेमंत सोरेन को बुधवार रात मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद चंपई सोरेन झामुमो विधायक दल के नेता चुने गए थे। चंपई सोरेन ने कहा था कि हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन बहुत मजबूत है; इसे कोई नहीं तोड़ सकता। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा जारी एक वीडियो में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में 43 विधायकों का समर्थन भी दिखाया गया था।