नई दिल्ली: भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देश एक दूसरे के एक-एक राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दे चुके हैं। इसके साथ ही भारत ने कनाडा के नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं भी बंद कर दी हैं। माना जा रहा है कि दोनों देशों के संबंध अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। इसी बीच कांग्रेस सांसद पूर्व भारतीय डिप्लोमेट शशि थरूर ने कहा है कि भारत और कनाडा के संबंध ठीक नहीं हैं और यह और बिगड़ें इससे पहले इस मसले पर काम करना होगा।
कांग्रेस सांसद ने कहा, "यह एक बहुत ही निराशाजनक स्थिति है। मुझे यह समझ में नहीं आता कि कनाडा की ओर से उनके देश में एक विशेष राजनीतिक लाभ के लिए इस तरह की बातें क्यों कहनी पड़ीं। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से आपके भारत के साथ रिश्ते में दरार पड़ रही है। लेकिन अब हमें यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने चाहिए कि यह और खराब न हो। उन्होंने कहा भारत और कनाडा दोनों देश एक महतवपूर्ण व्यापारिक भागीदार हैं।
शशि थरूर ने कहा कि इस पूरे प्रकरण के बाद से कनाडा में भारतीयों की सुरक्षा का खतरा बढ़ा है और मुझे लगता है कि एक बार कनाडा ने इसे शुरू कर दिया है, तो उन्हें उन खतरों के बारे में बहुत सचेत रहना चाहिए जो वे भड़का रहे हैं, जिसमें एक प्रकार का उग्रवाद शामिल है जो अब भारत में पंजाब में मौजूद नहीं है। इसलिए मैं कनाडाई लोगों से आग्रह करूंगा कि वे भी गहरी सांस लें और जो वे कर रहे हैं उस पर पुनर्विचार करें।"
सुखवीर सिंह बादल ने भी जताई चिंता
इससे पहले अकाली दल के प्रमुख और सांसद सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि आज भारत और कनाडा के संबंधों जिस तरह के बन गए हैं, इससे बहुत ज्यादा असर भारत के नागरिकों पर पड़ने लगा है क्योंकि कनाडा में सबसे ज्यादा हिन्दुस्तानी रहते हैं, पंजाब के बहुत से लोग वहां हैं। पिछले 2 दिनों में पंजाब में लोग बहुत ज्यादा घबराए हुए हैं। भारत सरकार से अनुरोध करता हूं जल्द से जल्द इसका कोई समाधान निकालें।