भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बगावत करने पर उतारू के एस ईश्वरप्पा को मनाने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल रविवार को के.एस.ईश्वरप्पा को मनाने पहुंचे, लेकिन पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। ईश्वरप्पा कर्नाटक के शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा के बड़े बेटे बी.वाई.राघवेंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ने की जिद पर अड़े हैं और बगावती तेवर दिखा रहे हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल ने पार्टी के कुछ अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ ईश्वरप्पा से रविवार को मुलाकात की और उन्हें चुनाव नहीं लड़ने के लिए मनाने की कोशिश की। हालांकि, वह अपनी जिद पर “अड़े” रहे और कहा कि वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगे और कोई भी उनका मन नहीं बदल सकता।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने दी सफाई
ईश्वरप्पा से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए अग्रवाल ने कहा कि यह उनकी निजी यात्रा थी और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। अग्रवाल ने कहा, “हम एक ही पार्टी के हैं और हम दोस्त हैं। यह हमारी निजी यात्रा थी। मैं उनके परिवार के साथ बैठा, वहां बच्चे थे। हम बच्चों से राजनीति पर बात नहीं करते। परिवार से मिलना मेरे लिए कोई राजनीतिक विषय नहीं है।”
इस वजह से नाराज हैं ईश्वरप्पा
बेटे के.ई.कांतेश को टिकट देने से इनकार करने पर ईश्वरप्पा ने रविवार को एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य बी.एस.येदियुरप्पा के खिलाफ अपना गुस्सा व्यक्त किया। पूर्व उपमुख्यमंत्री ईश्वरप्पा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फिर से सत्ता में आना चाहिए और पार्टी को बी.एस.येदियुरप्पा और उनके परिवार के नियंत्रण से मुक्त होना चाहिए। मन में यही इरादा लेकर मैं लोकसभा चुनाव लड़ रहा हूं।”
ईश्वरप्पा की दो टूक-मैं चुनाव लड़ूंगा
ईश्वरप्पा ने कहा कि केंद्रीय स्तर के भाजपा नेता इस भ्रम में हैं कि केवल येदियुरप्पा ही उन्हें निश्चित संख्या में सीट दिलाने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “हमें कर्नाटक में हो रही खराब राजनीति के बारे में केंद्रीय नेतृत्व से बात करनी होगी। हम कांग्रेस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के परिवार द्वारा नियंत्रित पार्टी कहते हैं। मोदी भी इसके लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हैं। अब कर्नाटक में भाजपा कांग्रेस जैसी होती जा रही है।” उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य स्तर के नेता समझेंगे कि मैं विरोध कर रहा हूं। इसलिए मैं चुनाव लड़ रहा हूं।”