नई दिल्ली: भाजपा ने एक रणनीति के तौर पर यह फैसला कर लिया है कि पार्टी विपक्षी दलों के गठबंधन को 'इंडिया' नहीं बल्कि 'यूपीए' के नाम से ही संबोधित करेगी। पार्टी सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दलों के गठबंधन के इस नए नाम को लेकर काफी विचार-विमर्श करने के बाद भाजपा ने तय किया है कि पार्टी नेता रैलियों, सभाओं, प्रेस कॉन्फ्रेंस यहां तक कि मीडिया डिबेट्स में भी विपक्षी गठबंधन को 'इंडिया' नहीं बल्कि 'यूपीए' के नाम से ही संबोधित करेंगे।
दुविधा में थे बीजेपी नेता
पार्टी ने यह रणनीति बना ली है कि यूपीए नाम का बार-बार जिक्र कर वह देश के आम जनमानस को यूपीए सरकार के भ्रष्टाचार और घोटाले की याद दिलाती रहेगी। दरअसल, कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने जबसे अपने गठबंधन का नाम 'I.N.D.I.A' अर्थात 'इंडिया' रखा है तब से भाजपा नेता काफी दुविधा में नजर आ रहे थे।
विपक्षी नेताओं के ट्रैप में फंसने से बचने के लिए लिया ये फैसला
मोदी सरकार की कई फ्लैगशिप योजनाओं में इंडिया का नाम जुड़ा हुआ है और साथ ही पार्टी नेताओं के एक बड़े वर्ग का यह भी मानना था कि अगर इस नाम के सहारे विरोधियों पर हमला बोला गया तो आम जनता के बीच गलत संदेश भी जा सकता है। यही वजह है कि विपक्षी नेताओं के ट्रैप में फंसने से बचने के लिए भाजपा ने विपक्षी दलों के गठबंधन को 'इंडिया' नहीं बल्कि 'यूपीए' के नाम से ही संबोधित करने का फैसला किया है।
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