भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या तथा बिगड़ती कानून-व्यवस्था का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग की। यहां राज्य भाजपा कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इल्मी ने कहा कि सक्षम प्राधिकारियों को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है और पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।
भाजपा ने टीएमसी पर साधा निशाना
सक्षम प्राधिकारियों को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला करना चाहिए।’’ इल्मी ने कहा कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं है और उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल दलों की महिला सांसदों की ‘‘चुप्पी’’ पर सवाल उठाते हुए कहा कि डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं और पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। चिकित्सकों के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के कार्यान्वयन के लिए डॉक्टरों की मांग पर, इल्मी ने कहा कि अगर ऐसा कोई विधेयक है, तो उसे कानून बनना चाहिए।
डॉक्टरों की अनिश्चितकालीन हड़ताल
स्वास्थ्य पेशेवरों और प्रतिष्ठानों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम विधेयक, 2022 को 2022 में संसद के निचले सदन में पेश किया गया था, जिसे डॉक्टरों के लिए केंद्रीय सुरक्षा अधिनियम के रूप में भी जाना जाता है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार-हत्या मामले के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए रेजिडेंट डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। बता दें कि इससे पहले कलकत्ता हाईकोर्ट भी राज्य सरकार पर टिप्पणी करते हुए बोल चुकी है कि राज्य सरकार अस्पताल में हुई तोड़फोड़ को रोक पाने में असफल रही है, यह राज्य सरकार की मशीनरी की असफलता है।
(इनपुट-भाषा)