लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपनी कमर कसना शुरू कर दी है। पार्टी 24 में भारी बहुमत से रिकॉर्ड तीसरी बार सरकार बनाना चाहती है। पार्टी को मालूम है कि इस सपने को पूरा करने के लिए अल्पसंख्यक सीटों पर विजय होनी बेहद जरूरी है। पार्टी इन सीटों पर विपक्षी दलों से पिछड़ती रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश के रामपुर लोकसभा और विधानसभा सीट पर जीत ने पार्टी को नया हौसला दिया है, जिसके बाद अब बीजेपी नई रणनीति के साथ तैयार हो रही है।
60 अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर होगी खास नजर
बीजेपी संगठन ने लोकसभा की 60 अल्पसंख्यक बहुल सीटों की पहचान कर संपर्क अभियान का प्लान बनाया है। इस प्लान के तहत 10 फरवरी से पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा अभियान शुरू करेगा। पार्टी हर लोकसभा में 5000 ऐसे मुस्लिमों की पहचान कर संपर्क किया जाएगा जो गैरराजनीतिक हों। ये कोई नौकरीपेशा, व्यवसायी, सूफी संत हो सकते हैं। इनसे मोदी सरकार की गरीब कल्याण नीतियों, कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। उसके बाद इनलोगों को लेकर स्कूटर यात्रा में अन्य लोगों से संपर्क किया जाएगा।
1-2 फरवरी को रायपुर में बैठक
दिल्ली में भी मुसलमानों की एक कांफ्रेंस भी की जाएगी। इस कांफ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने का प्लान है। इसके साथ ही 1 और 2 फरवरी को रायपुर में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की कार्यकारिणी बैठक है। इस बैठक के बाद अल्पसंख्यक संपर्क अभियान को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस बैठक में अल्पसंख्यक समाज को पार्टी से जोड़ने के अभियान पर विस्तार से चर्चा होगी और रणनीति तैयार की जाएगी।