नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस कर्नाटक में गोहत्या पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून हटाकर अपने कार्यकाल की शुरूआत करना चाहती है। कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के वेंकटेश ने हाल ही में संकेत दिया था कि प्रदेश सरकार कर्नाटक गोवध निवारण और मवेशी संरक्षण अधिनियम, जिसे कि गोहत्या रोधी कानून के रूप में भी जाना जाता है, पर फिर से विचार कर सकती है। बीजेपी की कर्नाटक इकाई गोहत्या रोधी कानून में किसी भी संभावित बदलाव के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की NDA सरकार के 9 साल पूरे होने पर उसकी उपलब्धियां गिनाने के बाद रूपाला ने मीडिया से बात करते हुए यह बयान दिया। उन्होंने खरगे और सोनिया से इस मुद्दे पर पार्टी का रुख स्पष्ट करने की मांग करते हुए कहा, ‘क्या वे चाहते हैं कि उनकी सरकार अपना कार्यकाल गोहत्या से शुरू करे।’
CM ने कहा, इस पर चर्चा करेंगे
कर्नाटक के पशुपालन मंत्री के वेंकटेश के बयान के बाद जब इस बारे में सीएम सिद्धारमैया से पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि मंत्रिमंडल इस मामले पर चर्चा करेगा। रूपाला ने कहा कि एक बार राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी अंतिम रुख अख्तियार कर ले तो केंद्र सरकार इस मुद्दे का संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले ने कांग्रेस की मानसिकता को फिर से सार्वजनिक किया है। बता दें कि वेंकटेश के बयान ने एक बार फिर सूबे की राजनीति को गर्म कर दिया है और बीजेपी किसी भी कीमत पर यह मुद्दा अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती।