भाजपा के 'संकल्प पत्र' पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "...अपने कार्यकाल में उन्होंने(पीएम मोदी) ऐसा कोई बड़ा काम नहीं किया जिससे देश की जनता, युवाओं, किसानों को लाभ हो... महंगाई इतनी बढ़ गई है... उसकी उन्हें फिक्र नहीं है... उन्होंने (पीएम मोदी) पहले जो ट्रेलर बताया है, उसमें ना डीजल-पेट्रोल के दामों में कमी की बात की गई और ना ही गैस सिलेंडर की... इससे साबित होता है कि उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ खास नहीं है। हम(कांग्रेस) तो फूड सिक्योरिटी एक्ट लाए, आपने अगर हमारे दिए गए राशन में 5 किलो की बढ़ोतरी की है तो वो कोई उपकार नहीं है..."
भाजपा के चुनावी घोषणापत्र 'संकल्प पत्र' जारी होने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, "इस पर सिर्फ हंसा जा सकता है और कोई प्रतिक्रिया नहीं हो सकती। पीएम मोदी ने 2014 में खुद कहा था कि 15 लाख रुपये सबको मिलेंगे लेकिन हुआ क्या? पिछले 10 सालों में तीन गुना बेरोजगारी बढ़ गई... आज किसी की साख खत्म हुई है तो वो खुद पीएम मोदी की हुई है। जिस आदमी की खुद गारंटी नहीं है उसकी गारंटी का क्या मान?"
राहुल गांधी का ट्वीट
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा बीजेपी के मैनिफेस्टो में मणिपुर लद्दाख का कोई जिक्र नहीं है। चीन कितना घुस आया अंदर, इसका कोई जिक्र नहीं है। न महंगाई का कोई सॉल्यूशन दिया, न जॉब की बात की न नारी सम्मान की कोई बात नही। अब लोग कह रहे है, हो गया बस बहुत।
आम आदमी ने कहा-जुमला है बस
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने बीजेपी के संकल्प पत्र को जुमला पत्र घोषित किया। आतिशी ने कहा कि जो जो काम इन्होंने नहीं किया, उसका कच्चा चिट्ठा सबके सामने आ गया है। मोदी जी ने जो झूठ बोला था बेरोजगारी पर, उसकी पोल खुल गई है। ये आंकड़ा है 2 करोड़ तक नौकरी तक नही दी गई। आज भारत में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी, 25 /% युवा बेरोजगार है। मोदी जी ने महंगाई में जुमले दिया 10 साल में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। मोदी जी ने किसानों की आय दोगुना करने की बात की थी, मगर इस 75 पेजों के जुमले पर किसानों के लिए कुछ बोल तक नही पाए।
बीजेपी ने देश को धोखा दिया है। बीजेपी ने प्रधनमंत्री ने 10 साल में कोई काम नही किया इसलिए अब नए वादे किए जा रहे हैं। 10 साल के बाद अपने काम के आधार पर बीजेपी वोट मांगे नए वादों की जरूर क्यों पड़ रही है। सच्चाई अब देश के सामने है।
भाजपा का घोषणापत्र = जुमलों का “कोंबो पैक”
कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने कहा है कि 'एक्सपायरी डेट' निकल चुके वादों को एकबार फिर से "मोदी की गारंटी" के "खोखले लिफाफे" में भरकर देश के सामने पेश कर दिया है ! कई ऐसे झूठे वादे जिनका 'एक्सपायरी डेट' 2022 में ही निकल गया, उनको तो भाजपा ने इस बार भूलने में ही भलाई समझी ! गरीबों को पक्का घर, महिलाओं को सस्ती रसोई गैस, युवाओं को सस्ता कर्ज, किसानों को फसल बीमा, व्यापार के सरल कानून...भाजपा के नए चुनावी घोषणा पत्र में भी फिर से वही झूठी बातें और पुराने जुमलों का पुलिंदा देखा। लूट, मुनाफाखोरी और चौतरफ़ा अत्याचार से भरे भाजपा के 10 साल झेलने के बाद, अब देश को आक्रोश से भर देने वाला है !
राजद ने कहा-ये मेनिफेस्टो है या...
भाजपा के 'संकल्प पत्र' पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "...60% देश के युवा हैं जिनके बारे में कोई जिक्र नहीं है... कितनी नौकरी देंगे, नहीं देंगे इसकी चर्चा नहीं है। बिहार के साथ-साथ जितने गरीब प्रदेश हैं, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कुछ नहीं है, केवल इधर-उधर की बातें हैं। बिहार की जनता के लिए उस घोषणापत्र में क्या है? महंगाई और गरीबी को कैसे खत्म करेंगे, इसका भी कोई जिक्र नहीं है। भाजपा के लोगों ने 10 सालों में क्या-क्या नहीं कहा, लेकिन क्या-क्या किया है ये सबको पता है। फूड सिक्योरिटी बिल कांग्रेस के जमाने से है, वे (भाजपा) अलग से क्या कर रहे हैं?..."