कर्नाटक सरकार की मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में सीटी रवि की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल कर्नाटक राज्य महिला आयोग ने विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी से 19 दिसंबर को सदन के भीतर मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के खिलाफ की गई भाजपा नेता सीटी रवि की कथित अपमानजनक टिप्पणियों के संबंध में उच्च स्तरीय जांच का आदेश देने का आग्रह किया है। आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने होरट्टी को लिखे अपने पत्र में कहा कि सीटी रवि ने महिलाओं का अपमान किया है और उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
सीटी रवि मामले में महिला आयोग ने की मांग
उन्होंने विधान परिषद के सभापति को पत्र में लिखा, ‘‘विधान परिषद सदस्य सी टी रवि द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर के खिलाफ अभद्र एवं असंवैधानिक शब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें अपमानित करने की कथित घटना की उच्च स्तरीय जांच का अनुरोध करती हूं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सीटी रवि ने विधान परिषद में महिला मंत्री के खिलाफ असंवैधानिक और निम्नस्तर के शब्दों का इस्तेमाल किया है, जो देश की महिलाओं और उनकी गरिमा और उनकी भावनाओं का अपमान है।
विधान परिषद के अध्यक्ष को महिला आयोग ने लिखा पत्र
उन्होंने होरट्टी से इस मामले पर गंभीरता से विचार करने और उच्च स्तरीय जांच का आदेश देने का अनुरोध किया। रवि को कर्नाटक विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन बेलगावी में हुई घटना के तुरंत बाद 19 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में रवि को बेंगलुरु लाया गया। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी रिहाई का आदेश देते हुए उनकी गिरफ्तारी को अवैध ठहराया था और कहा था कि इस दौरान उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।
(इनपुट-भाषा)