Highlights
- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सवाल किया कि पंजाब पुलिस ने क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठा आश्वासन दिया?
- ईरानी ने पूछा कि जब सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क साधने की कोशिश की तो क्यों कोई संवाद नहीं किया गया?
- प्रधानमंत्री मोदी आज पंजाब के दौरे पर थे, जहां उन्हें फिरोजपुर में एक कार्यक्रम में कई विकास योजनाओं का शिलान्यास करना था।
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की घटना को ‘साजिश’ करार दिया और दावा किया कि कांग्रेस के ‘खूनी इरादे’ नाकाम रहे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बीजेपी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली पंजाब की कांग्रेस सरकार से सवाल किया कि राज्य की पुलिस ने क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठा आश्वासन दिया, कैसे प्रदर्शनकारी उनके काफिले तक पहुंचे और जब सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क साधने की कोशिश की तो क्यों कोई संवाद नहीं किया गया?
‘पीएम की सुरक्षा के साथ ऐसा मजाक कभी नहीं हुआ’
ईरानी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज एक ऐसी घटना हुई है जो कि भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद के गंभीर दौर में, आतंकवाद से गंभीर रूप से प्रभावित क्षेत्रों में भी कभी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई या यूं कहें सुरक्षा के साथ ऐसा मजाक नहीं हुआ, जैसा आज प्रधानमंत्री के साथ हुआ। हम सभी जानते हैं कि चाहे राष्ट्र का विकास हो, राष्ट्र का हित हो या राष्ट्रीय सुरक्षा सभी को अपनी निजी राजनीति की तराजू पर तौलते-तौलते आज वह इस सीमा तक आ गए कि मोदी के प्रति ईर्ष्या, वैमनस्य और घृणा सरकार के रूप में अपना संवैधानिक दायित्व, राजनीतिक दल की मर्यादा और मानव जीवन का मूल्य तीनों को तार-तार कर दिया।’
20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसा रहा पीएम का काफिला
त्रिवेदी ने कहा कि पंजाब की गरिमा को भी पूर्णत: धूल धूसरित कर दिया गया आज। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी आज पंजाब के दौरे पर थे, जहां उन्हें फिरोजपुर में एक कार्यक्रम में कई विकास योजनाओं का शिलान्यास करना था तथा उसके बाद एक रैली को संबोधित करना था। सड़क मार्ग से जाते समय उस समय ‘‘सुरक्षा में गंभीर चूक’’ हुई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके आगे के रास्ते को अवरुद्ध कर दिया था। इसके चलते, प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे और बाद में उनके काफिले को वापस लौटना पड़ा। इस घटना पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार से इस चूक के लिए एक रिपोर्ट मांगी है और इसके लिए जिम्मेदार रहे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई को कहा है।
‘क्या जानबूझकर पीएम के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोला गया?’
बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा, ‘कांग्रेस के खूनी इरादे नाकाम रहे। जो लोग कांग्रेस पार्टी में मोदी से घृणा करते हैं, वह आज देश के प्रधानमंत्री को उनकी सुरक्षा को किस तरह से भंग किया जाए, उसके लिए प्रयासरत थे। हमने बार-बार कहा नफरत मोदी से कांग्रेस को है, हिसाब हिंदुस्तान से और हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री से ना कीजिए।’ इस मुद्दे पर कई गंभीर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को आश्वासन दिया था कि प्रधानमंत्री जिस मार्ग से जा रहे थे उसमें कोई भी गतिरोध नहीं है लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा में चूक हुई। उन्होंने पूछा, ‘क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोला गया?’
‘प्रदर्शनकारियों को पीएम की गाड़ी तक किसने पहुंचाया?’
ईरानी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री के पूरे काफिले को जब रोकने का प्रयास हुआ और करीब 20 मिनट तक जब उनकी सुरक्षा ‘भंग’ की गई तब किसने और कैसे प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री की गाड़ी तक पहुंचाया? ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मूवमेंट’ की जानकारी साधारणतया आम आमदी को नहीं नहीं होती है। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि इस घटनाक्रम के दौरान कांग्रेस के एक नेता ने ‘जोश के उत्सव’ का इजहार किया। उन्होंने कहा, ‘किस बात का उत्सव है उनका किस बात का जोश है। देश के प्रधानमंत्री को मौत की कगार पर ले गए थे।’ ईरानी ने इस बात पर भी गंभीर आपत्ति दर्ज की कि जब प्रधानमंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने पंजाब सरकार से उस समय संपर्क साधने की कोशिश की तो मुख्यमंत्री के दफ्तर से किसी ने संवाद नहीं किया।
‘पंजाब सरकार किस बात का इंतजार कर रही थी?’
ईरानी ने सवाल किया, ‘किस बात का इंतजार कर रही थी कांग्रेस की सरकार पंजाब में? शायद इसीलिए लौटते वक्त प्रधानमंत्री ने चन्नी जी (मुख्यमंत्री) के लिए संदेश दिया कि ‘जिंदा लौट रहा हूं’।’ ईरानी ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी नागरिकों के आशीर्वाद और उनके वोट की ताकत से देश के प्रधानमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा, ‘उन्हें ध्वस्त करना है तो चुनाव में करते। साजिश रचने की क्या जरूरत थी? जो लोग इस षड्यंत्र का हिस्सा हैं, उनसे कह दूं। मेरा विश्वास है कि न्याय निश्चित रूप से होगा। बैर मोदी से है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री का बाल बांका करने की इस साजिश को देश समर्थन नहीं देगा।’ (भाषा)