गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार थमने के साथ बीजेपी ने अपना अगला लक्ष्य तय किया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिना वक्त बर्बाद किए 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी पर चर्चा करने के लिए मंत्रियों और पदाधिकारी के साथ हाई लेवल मीटिंग की तैयारी कर ली है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 5 और 6 दिसंबर को राजधानी दिल्ली में पार्टी के सभी राष्ट्रीय और राज्य स्तर के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है, जिसमें 2024 लोकसभा चुनावों के साथ -साथ कई राज्यों में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति और तैयारी पर चर्चा की जाएगी।
बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर सकते हैं PM
बैठक में पार्टी अपनी नीतियों और उपलब्धियों को हर शहर और गांव में ले जाने के तरीकों पर भी चर्चा करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 दिसंबर को बैठक के समापन सत्र को संबोधित कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पार्टी ने गुजरात चुनावों के लिए प्रचार करते हुए 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए पहले ही अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है।
गुजरात चुनाव अभियान के दौरान गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी जिक्र किया था कि 2024 के चुनाव गुजरात विधानसभा चुनाव से शुरू हो रहे हैं। गुजरात में एक सभा को संबोधित करते हुए सावंत ने कहा था कि 2024 में बीजेपी को पहले की तुलना में अधिक सीटें मिल रही हैं और नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बन रहे हैं।
पार्टी की सभी उपलब्धियों को शेयर कर रही बीजेपी
सोशल मीडिया पर भी पार्टी मोदी सरकार की उपलब्धियों को शेयर कर रही है, चाहे वह दिल्ली के झुग्गी निवासियों के लिए फ्लैट्स हो, प्रधानमंत्री फसल योजना हो या जीएसटी संग्रह, बीजेपी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से अपनी सभी उपलब्धियों को शेयर कर रही है। पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया, बीजेपी की ओर से सरकार के विकास और उपलब्धियों के बारे में पोस्ट करते रहने के लिए यह नियमित अभ्यास है।
बीजेपी ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर भी कड़ी नजर रख रही है और वह इसे 'भारत तोड़ो' यात्रा भी कह रही है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश करने से कुछ दिन पहले बीजेपी ने 'जन आक्रोश' यात्रा शुरू की है, जो एक सामूहिक संपर्क कार्यक्रम है, जो अगले साल राजस्थान के विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में 200 निर्वाचन क्षेत्रों को कवर करेगी। नड्डा ने जयपुर से 51 'जन आक्रोश रथ' को भी हरी झंडी दिखाई, जो राज्य के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा करेगी। बीजेपी अपने पारंपरिक वोट बैंक से परे समुदायों के बीच अपनी स्थिति को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी ने विभिन्न कार्यक्रम भी शुरू किए हैं
2024 में महत्वपूर्ण चुनावों के लिए बीजेपी ने तैयारी बहुत पहले से शुरू कर दी है। वहीं, बीजेपी ने विभिन्न कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। बता दें कि बीजेपी 18 करोड़ से अधिक सदस्यों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के रूप में उभरी है। सत्ता में आने के ठीक बाद बीजेपी ने अनुसूचित जातियों (एससीएस) को अपने पक्ष में करने के लिए कई घोषणाएं की और कई कार्यक्रम चलाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यक्तिगत रूप से दलित आइकन के लिए बीजेपी की प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिए एक अभियान चलाया और भारत के राष्ट्रपति समेत प्रमुख पदों पर दलित नेताओं की नियुक्ति के लिए रास्ता बनाया। दूसरी तरफ पार्टी ने दलितों के घर का दौरा किया और कई अलग से कार्यक्रम आयोजित किए।
इसी तरह ओबीसी (अन्य पिछड़े वर्गों) मतदाताओं को लुभाने के लिए बीजेपी ने यूनियन कैबिनेट में कई ओबीसी नेताओं को शामिल किया। पार्टी ने ओबीसी मतदाताओं के समर्थन को प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की 'बैकवर्ड' स्थिति का भी इस्तेमाल किया। लोकनीति-सीएसडीएस सर्वेक्षण के मुताबिक, पार्टी का ओबीसी वोट शेयर 1996 के लोकसभा चुनावों में 33 प्रतिशत से बढ़कर 2019 में 44 प्रतिशत हो गया है।