नई दिल्ली: भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला तेज कर दिया। बीजेपी ने कहा कि आपके कैबिनेट सहयोगियों ने तो इस्तीफा दे दिया आप कब त्यागपत्र देंगे? बता दें कि कैबिनेट मंत्री मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को केजरीवाल मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। दिल्ली सरकार के कुल 33 विभागों में से 18 विभाग संभाल रहे सिसोदिया को सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में रविवार शाम को गिरफ्तार किया था, जबकि फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले साल मई में धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था।
'सिसोदिया के इस्तीफा पत्र में कोई तारीख क्यों नहीं?'
भाजपा मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘‘प्यादों से तो इस्तीफा ले लिया लेकिन जिसने घोटाला करवाया, जिसके निर्देश पर घोटाला हुआ और जिसने घोटाले की साजिश रची वह अरविंद केजरीवाल इस्तीफा कब देंगे?’’ भाटिया ने सिसोदिया के इस्तीफे को लेकर भी केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि यह अस्पष्ट है और इससे कई सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मनीष सिसोदिया का इस्तीफा पत्र बहुत प्रासंगिक सवाल उठाता है क्योंकि इसमें कोई तारीख नहीं है। क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि आबकारी नीति घोटाले के सरगना अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर संविधान के साथ खिलवाड़ किया है? इस पत्र के सामने आने से उनके तौर-तरीकों के बारे में बहुत कुछ पता चलता है।’’
कैलाश गहलोत को भी इस्तीफा देना चाहिए - बीजेपी
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल मंत्रिमंडल और मंत्रिपरिषद के प्रमुख हैं और ‘‘वह जारी जांच को प्रभावित करने की स्थिति में हैं, जिसमें उनकी संलिप्तता स्पष्ट है’’। भाटिया ने यह भी मांग की है कि कैलाश गहलोत को भी मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि वह दिल्ली सरकार के मंत्रियों के उस समूह का हिस्सा थे, जिसने शराब नीति को मंजूरी दी थी। बता दें कि मंत्रियों के समूह में तीन मंत्री मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और कैलाश गहलोत थे।